Four systems active in the state hail falling due to the effect of jet stream: digi desk/BHN/भोपाल/ अलग-अलग स्थानों पर बने चार वेदर सिस्टम के असर से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मप्र पर बने जेट स्ट्रीम के कारण उज्जैन, सागर, ग्वालियर संभागों के जिलों में ओला वृष्टि हो रही है। शुक्रवार से बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक शाजापुर में 35, ग्वालियर में 27.2, टीकमगढ़ में 22, नौगांव में 14, खजुराहो में 7.6, इंदौर में 5.8, गुना में 5, सतना में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई। उज्जैन में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से चार डिग्रीसे. अधिक रहा। साथ ही बुधवार के अधिकतम तापमान 26.5 डिग्रीसे. की तुलना में 1.8 डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 15 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से चार डिग्रीसे. अधिक रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्रीसे. के मुकाबले 3.4 डिग्रीसे. अधिक रहा।
इन सिस्टम के असर से बिगड़ा मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास बना हुआ है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास बना है। इस सिस्टम के असर से शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बनने की संभावना है। इसके अतिरिक्त एक जेट स्ट्रीम (लगभग 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर 200 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का बहाव) उज्जैन, सागर, ग्वालियर संभाग से होते हुए उत्तर प्रदेश तक बना हुआ है। इसकी वजह से इन तीन संभागों के जिलों में ओला वृष्टि हो रही है। शुक्रवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश की गतिविधियां शुरू होने के आसार हैं। इस दौरान ओले भी गिर सकते हैं।