Stampede at mata vaishno devi bhawan injuries reported rescue operation underway: digi desk/BHN/कटरा/नए साल के मौके पर मां वैष्णो देवी के दर्शन को पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ में शनिवार सुबह भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत हो गई। हादसे में घायलों का इलाज नारायणा अस्पताल (Naraina hospital) में जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया और भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया है। जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भी कटरा में माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया, ‘घटना सुबह करीब 2:45 बजे हुई और प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार एक तर्क छिड़ा जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और फिर भगदड़ मच गई।’
प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी से बात की और स्थिति का हालात का जायजा लिया।’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी माता वैष्णो देवी मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, ‘इस दुखद दुर्घटना से हृदय अत्यंत व्यथित है। मैंने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी से बात की है। प्रशासन घायलों को उपचार पहुंचाने के लिए निरंतर कार्यरत है। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’
हादसे की जानकारी आज सुबह रियासी पुलिस कंट्रोल रूम से दी गई। अधिकारियों के अनुसार, त्रिकुटा पर्वत पर श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के कारण यह हादसा हुआ। इसकी सूचना मिलते ही वहां वरिष्ठ अधिकारी व बोर्ड प्रतिनिधि पहुंच गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रखंड चिकित्सा अधिकारी डाक्टर गोपाल दत्त ने बताया कि मृतक श्रद्धालु दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर के हैं। पहले भगदड़ में उन्होंने 6 मौत की पुष्टि की थी। डाक्टर गोपाल दत्त ने बताया, ‘अभी तक 6 शव हमारे पास आ गए हैं। लेकिन अभी हमारे पास सटीक डाटा नहीं मिला है। 6 शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा और जो घायल है उनका इलाज नारायणा अस्पताल में चल रहा है, अभी तक घायलों की संख्या की भी पुष्टि नहीं हुई है।’
मरने वाले 12 श्रद्धालुओं में से अब तक 8 श्रद्धालुओं की पहचान हो पाई है
- धीरज कुमार (26) पुत्र त्रिलोक कुमार निवासी नौशहरा राजौरी
- श्वेता सिंह (24) पत्नी विक्रांत सिंह निवासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश
- विनय कुमार (24) पुत्र महेश चंद्र निवासी बदरपुर दिल्ली
- सोनू पांडे (24) पुत्र नरेंद्र पांडे निवासी बदरपुर दिल्ली
- ममता (38) पत्नी सुरेंद्र निवासी बीरी जार्जर, हरियाणा
- वनीत कुमार (38) पुत्र वीरामपाल सिंह निवासी साहरनपुर उत्तर प्रदेश
- धर्मवीर सिंह (35) निवासी सालापुर, सहारनपुर उत्तर प्रदेश
- डॉ अरुण प्रताप सिंह (30) पुत्र सत प्रकाश सिंह निवासी गोरखपुर उत्तर प्रदेश
जानिए, कैसे दो गुटों की कहासुनी ने ले ली 12 लोगों की जान
नव वर्ष की शुरुआत में वैष्णो देवी पर हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे की वजह वहां पर एकत्रित हुई भारी भीड़ को बताया जा रहा है। आपको बता दें कि हर वर्ष ही नव वर्ष के मौके पर श्रद्धालु वैष्णो मां के आशीर्वाद को लेने और फिर अपना काम शुरू करने के लिए वैष्णो देवी के दर्शनों को जाते हैं। इस बार भी वहां पर जाने वालों की संख्या काफी थी।
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि आधी रात करीब पौने तीन माता वैष्णो देवी भवन पर दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा थी। भीड़ इतनी थी कि दर्शन कर वापस लौट रहे श्रद्धालु भी आसानी से गुजर नहीं पा रहे थे। भीड़-भाड़ के बीच दो गुटों में कहा-सुनी हुई और बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। उस वक्त एक दूसरे के धक्का देने से हालात खराब हो गए और अचानक भगदड़ मच गई। इसके बाद वहां पर लोग खुद को बचाने के लिए एक दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। देखते ही देखते वहां पर घायलों की चीख पुकार से सारा मंजर ही बदल गया।
लोग बेतहाशा भाग रहे थे। उनके नीचे लोग तड़प रहे थे। जब तक माहौल कुछ शांत हुआ वहां का नजारा पूरी तरह से बदल चुका था। जहां पर कुछ समय पहले तक श्रद्धालुओं की भीड़ मां वैष्णो के दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही थी वहां पर अब रोत-बिलखते लोग थे। कुछ अपनों को तलाश कर रहे थे और रो रहे थे। कुछ ऐसे भी थे जो घायलों को एक तरफ कर रहे थे। चारों तरफ लोगों का सामान फैला हुआ था। चप्पल-जूते और खून हर तरफ नजर आ रहा था। इस हादसे में दिन चढ़ते-चढ़ते 12 लोगों की मौत हो चुकी थी जबकि 13 अन्य घायल हो गए थे।
नव वर्ष के पहले ही दिन हुए इस हादसे ने उन लोगों की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया जिनके अपने मां वैष्णों के दर्शनों को गए थे और इस हादसे का शिकार हो गए। इसके साथ ही इस दुखद घटना ने सभी देशवासियों को भी गहरा दुख दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने भी इस घटना पर दुख जताया है। इस घटना की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।