सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मंगलवार सुबह पूरे विंध्य सहित सतना का भी मौसम बिगड़ गया। सुबह से आसमान में बादल छाए रहे, सुबह 11 बजते ही घने बादल के रूप में गरज चमक के साथ झमाझम बरसने लगे। जिससे दिन में भी लोगों कुछ ठंड व ठिठुरन का ऐहसास हुआ। दिन भर धूप भी नहीं निकली। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड के इन दिनों हो रही झमाझम बारिश से जिले के कई खरीदी केंद्रों में खुले में रखा किसानों से समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान की बोरियां भीग गई। जिससे शासन को राजस्व का भी नुकसान हुआ है। बारिश से कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन किया जा रहा है। ज्ञात हो कि मौसम विभाग ने मौसम बिगड़ने और बारिश की चेतावनी जारी की थी लेकिन इस चेतावनी का बावजूद खरीदी केंद्रों में धान को बचाने उपाय नहीं किए गए, नतीजतन आज तेज बारिश में कई खरीदी केंद्रों में रखा धान भीग गया। बदेरा थाना क्षेत्र में तेज बारिश के समय आकाशीय बिजली (गाज) गिरने से लटागांव महौदा रोड पर सड़क किनारे खड़े एक युवक की जान चली गई
दो युवकों पर गिरी गाज, एक की मौत
तेज बारिश के समय आकाशीय बिजली (गाज) गिरने से लटागांव महौदा रोड पर सड़क किनारे खड़े एक युवक की जान चली गई, जबकि एक युवक घायल हो गया। बदेरा पुलिस से मिली जानकारी अनुसार लटागांव निवासी मुकेश कोल (28) पिता गुल्ला कोल निवासी लटागांव जिसकी आकाशीय बिजली गिरने से मौके पर मौत हो गई वहीं दूसरा व्यक्ति रामसजिवन कोल (30) पिता श्याम लाल कोल घायल है जिसका इलाज सिविल अस्पताल मैहर में जारी है।
अमरपाटन में सबसे ज्यादा धान भीगा
जिले में सबसे ज्यादा 20 हजार क्विंटल धान अमरपाटन के मझगवां केंद्र में खुले में रखी रही जहां बारिश होते ही आधे से ज्यादा धान भीग गया और बोरियां गीली हो गई। वहीं कई ट्रक धान की बोरियां लादकर खड़े हुए थे लेकिन समय पर नहीं जाने के कारण ट्रकों में लदी धान की बोरियां भी गीली हो गईं। जानकारी अनुसार जिले में 50 हजार क्विंटल से अधिक धान बारिश में भीग गया है।
बीते दो दिनों से सतना में सुबह-सुबह गहरा कोहरा छा रहा है लेकिन मंगलवार सुबह पूरे विंध्य सहित सतना का भी मौसम बिगड़ गया। वहीं सुबह 11 बजते-बजते आसमान में घने बादल छा गए और गरज चमक के साथ झमाझम बारिश होने लगी। कोहरे के कारण ठंडक भी कमजोर हो गई थी। चार डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा जाने के बाद धीरे-धीरे पारा बढ़ने लगा और अब बादलों के साथ बारिश शुरू हो गई जो कि एक दो दिन जारी रहने का अनुमान है।
दिन में छाया अंधेरा
सुबह 11 बजे तक इतने घने बादल आसमान में छा गए कि दिन में रात जैसा नजारा देखने मिला। लोगों के घरों और दुकानों में लाइटें जल गई। वाहन चालकों को भी अपने वाहनों की हेड लाइट जलाकर निकलना पड़ा। दिन भर सूरज की धूप नहीं निकली और लोग सिर से लेकर पैर तक गर्म कपड़े पहनकर घरों से बाहर निकले, वहीं बच्चे और बूढ़े अपने घरों में ही कैद रहे।
बारिश में भरा सड़कों में पानी
शहर के बाजारों में बरसाती पानी के निकासी की व्यवस्था ने एक बार फिर पोल खोल कर रख दी है। नगर निगम की सफाई व्यवस्था कथनी और करनी एक बारिश ने दिखा दी। यहां शहर के बाजार में नालियों से पानी ओवरफ्लो हो गया और सड़कों में भर गया। शहर के जयस्तंभ चौक से भैंसाखाना रोड में पानी भरा रहा। इसी तरह पन्नाा नाका, जीवन ज्योति कालोनी, भरहुत नगर में भी बारिश के बाद नालियां उफान पर रहीं और कालोनियों में पानी भरा रहा।
सबसे ठंडा दिन रहा मंगलवार
मौसम विभाग के अनुसार सतना का न्यूनतम तापमान भी बढ़ा है। मंगलवार सुबह 8.30 बजे प्राप्त हुई मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस मापा गया। जबकि दिन में बारिश और मौसम बिगड़ने से दिन का तापमान भी तेजी से लुढ़क गया। दिन का तामान एक दिन में सात डिग्री लुड़कते हुए 17.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो कि इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। मौसम विभाग के अनुसार आसमान से बादल छंटते ही एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी।