Children of 12 to 18 years will also get anti covid vaccine: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में 12 साल से बड़े सभी बच्चों के टीकाकरण की राह खुल गई है। दवा नियामक ड्रग कंटोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक के स्वदेशी टीके कोवैक्सीन को 12 से 18 साल के बच्चों के लिए आपात इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। इससे पहले, भारत बायोटेक ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) को कोवैक्सीन (BBV152) के लिए दो से 18 वर्ष आयु वर्ग का क्लीनिकल डाटा प्रस्तुत किया था। भारत बायोटेक ने कहा था सीडीएससीओ और विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने डाटा की पूरी तरह से समीक्षा करने के बाद अपनी सकारात्मक सिफारिशें प्रदान की हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार कोवैक्सीन को इजाजत मिलने के बाद बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण अभियान चलाया जा सकता है। देश में इस समय वैक्सीन का पर्याप्त स्टाक है।
उल्लेखनीय है दो से 18 साल के बच्चों पर दूसरे व तीसरे चरण के ट्रायल का डाटा अक्टूबर महीने की शुरुआत में भारत बायोटेक ने सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (CDSCO) को दिया था। आंकड़ों के अध्ययन के बाद पहले एसईसी ने इसे मंजूरी देने की सिफारिश की उसके बाद अब शनिवार को डीसीजीआइ ने भी मंजूरी दे दी। हालांकि अभी मंजूरी 12 साल से ऊपर के बच्चों को ही मिली है। कोवैक्सीन से पहले भारत में जायडस कैडिला की स्वदेशी वैक्सीन जायकोव-डी को 12 से 18 साल के बच्चों के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।
दो और वैक्सीन दौड़ में
भारत बायोटेक और जायडस कैडिला के अलावा भारत में बच्चों के लिए दो अन्य वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इनमें एक वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट की कोवावैक्स है। डीसीजीआइ सितंबर में सात से 11 साल के बच्चों पर इसके ट्रायल की अनुमति दे चुका है। इसी तरह बायोलाजिकल ई की कोरबेवैक्स को भी पांच साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए ट्रायल की अनुमति दी गई है।