Spiritual Tips: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ ज्योतिष व खगोलशास्त्र में अशुभ ग्रहों को शांत करने के लिए कई तरह के विधान बताए गए हैं। रत्न, व्रत-पूजा, टोटके जैसे कई उपाय करके अशुभ ग्रहों को शांत किया जाता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अन्न ज्योतिष के जरिए भी ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। राशि व ग्रहों की दशा के अनुसार यदि खाना खाया जाता है तो ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं। अन्न ज्योतिष से हम जानते हैं कि किस ग्रह से शुभ फल प्राप्त करने के लिए अपने आहार में किन चीजों को शामिल करना चाहिए।
ग्रह के अनुसार भोजन करें
सूर्य: सूर्य ग्रह सफलता, आत्मविश्वास, सम्मान और स्वास्थ्य देता है। कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को अपने आहार में गेहूं, आम, गुड़ को शामिल करना चाहिए।
चंद्रमा: चंद्रमा मन का कारक है। चन्द्रमा से अच्छे फल प्राप्त करने के लिए गन्ना, चीनी, दूध और दूध से बनी मिठाई, आइसक्रीम आदि का सेवन करें।
मंगल: मंगल की अशुभता वैवाहिक जीवन, भूमि और संपत्ति की समस्या लाती है। इसे मजबूत करने के लिए आहार में गुड़, दाल, अनार, जौ और शहद का सेवन करें।
शनि: यदि शनि ग्रह अशुभ हो तो यह शरीर, मन और आर्थिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित करता है। अच्छे जीवन के लिए शनि की कृपा जरूरी है। इसके लिए तिल, उड़द, काली मिर्च, मूंगफली का तेल, अचार, लौंग, तेजपत्ता और काला नमक का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
राहु और केतु: राहु और केतु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपने आहार में उड़द, तिल और सरसों को शामिल करें।
बुध: बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार-उद्योग, आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है। यदि यह अशुभ फल देता है तो मटर, जौ, कुलपी, हरी दाल, मूंग, हरी सब्जियां खाने से बहुत जल्द लाभ मिलने लगेगा।
बृहस्पति: ज्योतिष में बृहस्पति को सबसे शुभ ग्रह माना जाता है। यदि यह ग्रह बली हो तो व्यक्ति को हर क्षेत्र में शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसका बेहतर परिणाम पाने के लिए चना, चने की दाल, बेसन, मक्का, केला, हल्दी, सेंधा नमक, पीली दाल और फल खाएं।
शुक्र: शुक्र ग्रह भौतिक सुख, सौंदर्य, ऐश्वर्य, सुखी वैवाहिक जीवन का कारक है। इसका शुभ फल पाने के लिए त्रिफला, मसूर की दाल, कमलगट्टा, मिश्री, मूली और सफेद शलजम का सेवन करें।