Retail inflation, retail inflation reached 491 percent in november food items too expensive: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ नवंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 1.87 प्रतिशत रही जबकि इस साल अक्टूबर में यह दर सिर्फ 0.85 प्रतिशत थी। हालांकि महंगाई दर रिजर्व बैंक की अधिकतम सीमा छह प्रतिशत से अभी कम है। इस साल नवंबर में सबसे अधिक ईंधन और बिजली की खुदरा कीमतों में 13.35 प्रतिशत का इजाफा हुआ। खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में मामूली रूप से बढ़कर 4.91 प्रतिशत हो गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य कीमतों में तेजी है। नवंबर माह की खुदरा महंगाई दर 4.91 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। अक्टूबर के 4.48 प्रतिशत के मुकाबले यह अधिक है। वनस्पति और खाद्य तेल के दाम में बढ़ोतरी की वजह से नवंबर में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर भी अक्टूबर के मुकाबले अधिक रही। पिछले साल नवंबर में खुदरा महंगाई दर 6.93 प्रतिशत के स्तर पर थी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर 2021 में 4.48 प्रतिशत और नवंबर 2020 में 6.93 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल नवंबर में खाद्य महंगाई दर 1.87 फीसदी थी, जो अक्टूबर महीने में 0.85 फीसदी थी। विशेषज्ञों का कहना है कि वे ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी, दूरसंचार शुल्क में बढ़ोतरी, सब्जियों की कीमतों में उतार-चढ़ाव, वैश्विक कमोडिटी कीमतों में सुधार और वैश्विक स्तर पर आपूर्ति श्रृंखलाओं में ढील के चलते यह दर बढ़ी है। दुनिया भर में COVID-19 के ओमिक्रोन के चलते भी बाजार अब प्रभावित हो सकता है।
इन राज्यों में अधिक रही महंगाई
आंकड़ों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर व दिल्ली में सबसे अधिक महंगाई है। दिल्ली में नवंबर माह की खुदरा महंगाई दर 7.04 प्रतिशत रही तो जम्मू-कश्मीर में यह दर 7.10 प्रतिशत रही। उत्तर प्रदेश की महंगाई दर 4.93 प्रतिशत तो उत्तराखंड की महंगाई दर 5.23 प्रतिशत रही। हालांकि बिहार, झारखंड व उड़ीसा की खुदरा महंगाई दर तीन प्रतिशत से भी कम रही। नवंबर में बिहार की खुदरा महंगाई दर 2.71 प्रतिशत, झारखंड की 2.59 प्रतिशत तो उड़ीसा की 2.07 प्रतिशत रही। पंजाब में खुदरा महंगाई दर का स्तर 3.78 फीसद तो हरियाणा में 6.04 फीसद रहा।