Booster dose is not allowed without clinical trial data sought from serum institute of india: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ एक तरफ जहां देश व दुनिया में ओमिक्रोन वैरियंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं, दूसरी तरफ कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी आ गई है। इस बीच देश में कोरोना की दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए बूस्टर डोज की सिफारिश भी सामने आई है। यह 40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इसके साथ ही अब केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के तहत आने वाली कोरोना संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने बूस्टर डोज को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) से और आंकड़े देने को कहा है। एसईसी का कहना है कि क्लीनिकल ट्रायल के बिना बूस्टर डोज की अनुमति नहीं दी जा सकती है। सीरम ने अपनी वैक्सीन कोविशील्ड को बूस्टर डोज के रूप में लगाने की अनुमति मांगी है।
अनुमति मांगने का यह है आधार
सीरम ने इस आधार पर यह अनुमति मांगी है कि उसके पास वैक्सीन का पर्याप्त भंडार है और बूस्टर डोज की मांग भी की जा रही है। एसईसी की शुक्रवार को हुई बैठक में इस पर विचार किया गया है जिसके बाद कंपनी से और आंकड़े देने को कहा गया। भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) के यहां जमा आवेदन में सीरम के सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा कि कोविशील्ड की दोनों डोज लगवा चुके भारत और दूसरे देशों के लोग कंपनी से बूस्टर डोज की मांग कर रहे हैं।
देश में कोरोना की स्थिति
- भारत, उत्तर प्रदेश, लखनऊ
- 24 घंटे में नए मामले 7,992
- कुल सक्रिय मामले 93,277
- 24 घंटे में टीकाकरण 76.18 लाख
- कुल टीकाकरण 132.74 करोड़
शनिवार सुबह 08ः00 बजे तक कोरोना की स्थिति
- नए मामले 7,992
- कुल मामले 3,46,82,736
- सक्रिय मामले 93,277
- मौतें (24 घंटे में) 393
- कुल मौतें 4,75,128
- ठीक होने की दर 98.36 प्रतिशत
- मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत
- पाजिटिविटी दर 0.64 प्रतिशत
- सा.पाजिटिविटी दर 0.71 प्रतिशत