Sarvartha siddhi yoga gita jayanti mokshada ekadashi in amrit siddhi yoga: digi desk/BHN/ग्वालियर/ हिंदू धर्म में गीता को पवित्र ग्रंथ माना गया है। भारतीय संस्कृत में हर व्रत और त्यौहार का विशेष महत्व है। 14 दिसंबर को गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाएगी। इतिहासकारों की मानें तो साल 2021 गीता उपदेश का 5159 वर्ष होगा।
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन गीता जयंती मनाई जाएगी। इस बार मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती भी है। यानी 14 दिसंबर मंगलवार के दिन गीता जयंती मोक्षदा एकादशी एक साथ मनाई जाएगी। इस दिन सर्वसिद्धि योग ,अमृत सिद्धि योग रहने से इस दिन का महत्व और बढ़ गया है। धार्मिक ग्रंथों में भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र में परम मित्र अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। मार्गशीर्ष माह में गीता का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस दिन गीता पढ़ना और सुनना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। इस दिन मंदिरों में गीता का पाठ किया जाता है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता के माध्यम से मनुष्य को अपने कर्मों के प्रति जागरूक कर एक श्रेष्ठ जीवन जीने का मार्ग बताया।
गीता जयंती 2021 तिथि मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 13 दिसंबर दिन सोमवार रात को 9:32 से प्रारंभ होकर अगले दिन 14 दिसंबर मंगलवार को रात 11:35 तक एकादशी तिथि मान रहेगी।