-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों को संबोधित
-
सतना एनआईसी से शामिल हुये राज्यमंत्री श्री पटेल
सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले दिनों भोपाल, इंदौर और जबलपुर में लगातार कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं। कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। अलग-अलग लोकेशन पर मरीज मिले हैं। यह हमें आगाह करने के लिए काफी है। कोरोना टेस्ट हम लगातार कर रहे हैं। जो लक्षण दिखाई दे रहे हैं वह आने वाले संकट की आहट हैं। जरूरी है कि हम प्राण-प्रण से पूरी सावधानी रखें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को निवास से वीडियो कॉफ्रेंस द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टर और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने दक्षिण अफ्रीका के कुछ देशों में आए नए कोरोना वेरिएंट और उसके प्रभावों के संबंध में प्रेजेंटेशन दिया। इस मौके पर सतना कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, कलेक्टर अजय कटेसरिया, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव झाड़े, सिटी मजिस्ट्रेट सुरेश जादव, जिला मैनेजमेंट क्राइसेस मैनेजमेंट के सदस्य योगेश ताम्रकार, डॉ आशीष जैन, जितेन्द्र जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, डॉ पीके श्रीवास्तव, जिला कमाडेंट आईके उपनारे भी उपस्थित थे।
मास्क लगवाने जनता के बीच जाऐंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण और टीकाकरण की वर्तमान स्थिति और नए वेरिएंट के प्रसार के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को मालूम होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं मास्क लगाने के प्रति जन-जागरूकता के लिए निकलूँगा। आप भी मास्क लगाएँ और लोगों को मास्क लगाने का आग्रह करें। मास्क के फायदे ही फायदे हैं। इलाज की व्यवस्था हम करेंगे ही, ये उपाय अभी हम कर लेंगे तो संक्रमण ज्यादा नहीं फैलेगा। मैं जन-प्रतिनिधियों से अपील करना चाहता हूँ कि आपको दस्तक देना है मास्क और टीकाकरण के लिए। आज महाअभियान है। आगे भी दिसंबर माह में महाअभियान की तिथि तय करेंगे। जिन जिलों में 90 प्रतिशत से कम वैक्सीनेशन हुआ है वहाँ गति बढ़ाई जाए। दूसरे डोज के महत्व से सभी को अवगत करवाएँ। राज्य शासन ने जन-सहयोग और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को साथ लेकर कोरोना को कंट्रोल किया है। मध्यप्रदेश का यह मॉडल सभी जगह सराहा गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं कलेक्टर्स को निर्देश देता हूँ कि प्रयासों में कोई कमी न रखें। जन-जागरूकता बनी रहे। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों का पूरे सम्मान से सक्रिय भूमिका के लिए आह्वान किया जाए।
समय है हम चेत जाएँ
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हर संकट में हम सबका बेहतरीन नेतृत्व किया है। उन्होंने सावधानियों के संबंध में जनता को मैसेज दिया है। यह सही समय है जब हम चेत जाएँ। यदि आज हमने सावधानी नहीं रखी तो परिस्थितियाँ संकटपूर्ण हो जाएँगी। मैं नहीं चाहता कि फिर लॉकडाउन की परिस्थितियाँ बनें और जिंदगी कठिन दौर से गुजरे।
अस्पतालों में जाकर देखें व्यवस्थाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट के बारे में सावधानी जरूरी है। सभी सावधानियाँ और व्यवस्थाएँ करने के मैंने निर्देश दिए हैं। संबंधित अधिकारी अस्पताल जाकर, देखेंगे कि वहाँ व्यवस्था कैसी है। मेरे लिए वैक्सीन के सेकंड डोज लगाने से बड़ा कोई काम नहीं है, इसे हर हालत में पूरा करिए। बाकी सभी व्यवस्थाएँ करने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अस्पतालों का निरीक्षण कर औषधियों की व्यवस्था, उपकरणों की उपलब्धता और ऑक्सीजन संयंत्रों के कार्यशील रहने की जानकारी प्राप्त करें।
अनावश्यक भीड़ से बचें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों की स्कूल में उपस्थिति संख्या 50 प्रतिशत की गयी है, क्योंकि उन्हें टीका नहीं लगा है। मैं प्रतिबंध लगवाना भी नहीं चाहता। शादी-विवाह और बाजार में आपत्ति नहीं है, लेकिन अनावश्यक भीड़ से बचें। संक्रमण का प्रसार न हो इसके लिये हमें लोगों को शिक्षित करना पड़ेगा। मास्क लगाकर, सावधानी रखकर, हम बड़े संकट से बच सकते हैं। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयाँ उपलब्ध हैं।
कोविड संक्रमण से बचाव के लिए सावधानियां बरतें
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये सावधानियां रखना अति-आवश्यक है और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये हमे अपने व्यवहार में अनुकूल परिवर्तन लाना भी आवश्यक है। उन्होने आग्रह किया है कि वे बार-बार अपनी आंख नाक और मुंह को छूनें से बचें, दूर से अभिवादन करें न किसी से हाथ मिलायें, न गले मिले, आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें। खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंककर रखे। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाईजर से हाथों को धोयें। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाकू, गुटका, खैनी, पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें।
उन्होंने कहा है कि बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें। अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें। अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें। आपस में सभी एक-दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करे।