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घनी आबादी वाले क्षेत्रों में कोरोना के बाद मच्छर फैला रहे बीमारी

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोरोना संक्रमण से जूझ रहे लोगों के बीच ठंड की शुरुआत होते ही अब मच्छरों ने हमला करना शुरू कर दिया है। स्थिति यह है कि जिले के अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। वहीं स्थानीय नगर निगम और उसके अधीन स्वास्थ्य अमला लापरवाह बना हुआ है। जगह-जगह नालियां बजबजा रही हैं और साफ-सफाई की व्यवस्था नदारत है। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नागरिकों की नहीं सुन रहे हैं। पार्षदी समाप्त हो जाने के कारण पार्षद भी नागरिकों को ज्यादा तवज्जाो नहीं दे रहे हैं। इन सबके बीच आम जनता पर बीमारियों का प्रभाव पड़ रहा है। जिला चिकित्सालय में ही आधा सैंकड़ा से ज्यादा मरीज मलेरिया डेंगू के भर्ती हैं।

यहां स्थिति खराब

जिले में सबसे ज्यादा स्थिति मुख्तियारगंज, भरहुत नगर नाले के आस-पास, कबाड़ी टोला आदि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में बीमारियां फैलने का लगातार खतरा बढ़ा हुआ है। मलेरिया के मरीज भी इन्ही क्षेत्रों से पहुंच रहे हैं। लेकिन नगर निगम का स्वास्थ्य अमला लापरवाह बना हुआ है।

गलियों में नहीं होती सफाई

नगर निगम क्षेत्र स्थित वार्ड के गलियों में सफाई व्यवस्था खराब है। यहां कई बार शिकायत करने के बाद भी मोहल्लों में सफाई नहीं होती। नाले-नालियां ऐसे बजबजा रहे हैं मानो वर्षों से सफाई नहीं हुई हो। वहीं अधिकारी भी लोगों की शिकायत पर हामी भरकर दोबारा ध्यान नहीं दे रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

मलेरिया व डेंगू फैलने और मौसम में परिवर्तन पर स्वास्थ्य विभाग ने भी एडवाइजरी जारी की है। डॉक्टरों का कहना है कि वातावरण में अधिक नमी तथा तापमान एवं जल भराव से मच्छर पनपते हैं। मच्छरों के कारण मलेरिया, डेंगू तथा चिकनगुनिया रोगों का प्रकोप होता है। इनसे बचाव के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके अवधिया ने आम जनता को सलाह दी है कि डेंगू तथा चिकनगुनिया का प्रकोप एडीज मच्छरों के काटने से होता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। इससे बचाव के लिए कूलर, गमलों, अनुपयोगी बर्तनों, पानी की टंकी तथा मटकों आदि का पानी बदलते रहें। इनमें लंबे समय तक पानी जमा न रहने दें। जहां पानी खाली करना संभव न हो वहां खाद्य तेल की कुछ बूंदे डाल दें इससे पानी में तेल की पतली परत बन जाती है तथा मच्छरों को पनपने का अवसर नहीं मिलता है। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे बाहं के कपड़े पहनें तथा सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। सीएमएचओ ने कहा है कि किसी भी तरह का तेज बुखार आने, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होने, सर दर्द होने एवं शरीर पर लाल चकत्ते पडना डेंगू के लक्षण हैं। इस तरफ का लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डक्टर से संपर्क कर उचित इलाज कराएं। समय पर इलाज कराने से डेंगू एवं चिकनगुनिया से पूरी तरह बचाव होता है।

फैक्ट फाइल

जिला अस्पताल में भर्ती मरीज

  • डेंगू – 12
  • मलेरिया – 40
  • चिकनगुनिया – 05

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