-
मुरैना के हेतमपुर स्टेशन पर लगी आग, सहयात्री व ग्रामीणों ने बोगियों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला
-
ट्रेन में रखे आग बुझाने वाले सिलिंडरों में नहीं थी गैस, चंबल पुल पर हवा तेज हुई जिससे आग बेकाबू होती चली गई
The burning train in morena fire broke out in durg superfast express going from udhampur to durg: digi desk/BHN/मुरैना/जम्मू के उधमपुर से चलकर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जा रही उधमपुर-दुर्ग (20848) सुपरफास्ट ट्रेन में आग लग गई। एसी कोच के टॉयलेट से उठी चिंगारी ने दो एसी डिब्बों को जलाकर खाक कर दिया। ट्रेन में सवार यात्रियों मंे भगदड़ मच गई। लोग बोगी के शीशे फोड़कर बाहर कूद गए। गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई। यात्रियों का सामान डिब्बों के साथ जलकर खाक हो गया। मुरैना के हेतमपुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की दोपहर सवा 3 बजे यह हादसा हुआ है।
उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस ने शुक्रवार दोपहर 2:45 बजे राजस्थान के धौलपुर रेलवे स्टेशन को जैसे ही पास किया, तो एसी ए-1 कोच (सबसे पीछे तीसरे नंबर का डिब्बा) के टॉयलेट से धुआं उठना शुरू हुआ। कोई कुछ समझ पाता उससे धुआं आग की लपटों में बदल गया। इसके बाद ट्रेन जैसे ही चंबल पुल पर आई और डिब्बे को हर ओर से तेज हवा लगी, तो आग ने विकराल रूप ले लिया। पूरे डिब्बे में धुआं भर गया। यात्रियों में चीखपुकार मच गई। जिस डिब्बे में आग लगी उसके रेलवे का टिकट कलेक्टर (टीसी) भी मौजूद थे, जिसके साथ मिलकर यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोकना चाहा। सवा 3 बजे के करीब ट्रेन हेतमपुर स्टेशन पर रोकी गई। जब तक आग प्रचंड रूप में आ चुकी थी और ऐसी ए-1 से सटे ए-2 कोच को भी आग की लपटों ने घेर लिया। ट्रेन रुकने से पहले ही सवारियों ने शीशे फोड़ दिए और जैसे ही ट्रेन रुकी तो जिसको जहां से रास्ता मिला वहां से कूदकर भागने लगा। अधिकांश यात्री अपना सामान डिब्बों में ही छोड़ गए, जो आग से जलकर नष्ट हो गया। ट्रेन के कर्मचारियों ने यात्री व ग्रामीणों की मदद से जलते हुए डिब्बाें को अलग किया। मुरैना, अंबाह, बानमोर से भेजी गई 6 फायर ब्रिगेडों ने आग डिब्बों की आग बुझाई। घटना के बाद एसपी ललित शाक्यवार व जिला प्रशासन के अफसर पहुंचे। करीब 3 घंटे बाद शाम 6 बजे ग्वालियर से दूसरा इंजन बुलाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।
डिब्बे में खाली थे आग बुझाने वाले सिलिंडर
घटना के प्रत्यक्षदर्शी और एसी ए-1 कोच में यात्रियों के टिकट चेक कर रहे टीटी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि ए-1 व ए-2 कोच को जोड़ने वाले हिस्से में बने टॉयलेट में बिजली का शॉर्ट सर्किट हुआ। इसके बाद टॉयलेट से धुआं उठा। हमने डिब्बों में रखे आग बुझाने वाले सिलिंडर इकट्ठा किए, लेकिन किसी भी सिलिंडर में गैस ही नहीं निकली। यह सिलिंडर पूरी तरह खाली थे। अगर सिलिंडरों में आग बुझाने वाली गैस होती तो, टॉयलेट में ही आग को बुझा देते। करीब 15 मिनट तक डिब्बे में लगी आग के साथ ट्रेन चलती रही, चेन पुलिंग करके उसे रोका। ए-1 कोच में 30 सवारी और ए-2 कोच में 47 सवारियां थीं। कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है, हां यात्रियों का सामान जरूर जल गया है। ग्रामीणों ने मदद करके कई लोगों को निकाला।
रेलवे के अफसर मौके पर
आग लगने की सूचना मिलते ही मुरैना व ग्वालियर से रेलवे के अफसर रवाना हो गए। अब आग लगने की जांच की जा रही है। हालांकि अभी कयास लगाए जा रहे हैं कि ट्रेन में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है।