PM Modi on Banking: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ आज सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ PM मोदी ने बैठक की और उपस्थित PSU बैंक प्रमुखों को संबोधित किया। वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज की ओर ये आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन समापन समारोह को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बैंकिंग सेक्टर काफी मजबूत स्थिति में हैं। अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि बैंकों की फाइनेंशियल स्ट्रेंथ काफी सुधरी है क्योंकि सरकार की तरफ बैंकिंग सेक्टर में कई अहम रिफॉर्म किए गए। सरकार के सपोर्ट के कारण आज बैंकों की रिजॉल्यूशन, रिकवरी बेहतर हुई है। लेकिन देश की बैलेंस शीट सुधारने के लिए उन्हें काफी सक्रियता से काम करना होगा। उन्होंने बैंकों (Banking) को ‘लेंडर्स’ की भूमिका से आगे बढ़कर पार्टनरशिप मॉडल अपनाने को कहा।
PM ने कहा कि सरकार ने पिछले 5-6 साल से बैंकों को लगातार सपोर्ट किया और सरकार ने प्रतिबद्धता, पारदर्शिता के साथ काम किया गया। जिसका प्रतिबिंब रिकवरी के रूप में वापस लाये गये धन से दिखाई देता है। पीएम मोदी ने कहा कि 5 लाख करोड़ से ज्यादा की रिकवरी की जा चुकी है। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि हमारे देश से कोई पैसा लेकर चला जाता है तो उसके बारे में काफी चर्चा होती है लेकिन जब कोई हिम्मतवाली सरकार उस पैसे को वापस देश में लाती है तो उस पर कोई चर्चा नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि आज भारत के बैंकों की ताकत इतनी बढ़ चुकी है कि वो देश की इकॉनॉमी को नई ऊर्जा देने में, एक बड़ा ‘पुश’ देने में, भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मैं इस फेज को भारत के बैंकिंग सेक्टर का एक बड़ा ‘मील का पत्थर’ (Milestone) मानता हूं।