Vaishno Devi Shrine: jammu/ कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आई कमी के मद्देनजर एक नवंबर से रोजाना माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा किया जा रहा है। अब रविवार से देशभर से आए 15 हजार श्रद्धालु रोजाना माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे, पहले यह संख्या 7000 थी। इसके साथ ही 14 दिन के होम क्वारंटाइन की शर्त को भी हटा लिया गया है।
स्थानीय श्रद्धालुओं को पहले की तरह ही प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी, नए ताराकोट मार्ग और कटड़ा हेलीपैड पर कोरोना टेस्ट कराना होगा। दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आनी होगी। यात्रियों के लिए कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के उपाय पहले की तरह जारी रहेंगे। मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना होगा।
जम्मू-कश्मीर के आपदा प्रबंधन, राहत, पुनर्वास, पुनर्निर्माण विभाग ने अनलॉक-5 के दिशा निर्देशों में संशोधन किया है। अनलॉक-5 के नियमों और निर्देशों को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है। अब यात्रियों को 14 दिन तक होम क्वारंटाइन होने की जरूरत नहीं रहेगी। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर भी टेस्ट होंगे। दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं को आधार शिविर कटड़ा पहुंचने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसलिए लखनपुर में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने विशेष काउंटर पहले से ही बनाए हैं।
मार्च में लॉकडाउन की शुरुआत के समय से ही वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लगाई गई थी। 16 अगस्त से वैष्णो देवी जाने पर लगाई गई रोक हटा ली गई थी।
राज्य प्रशासन ने मां वैष्णो देवी की यात्रा का आंकड़ा 15000 कर दिया है, जो एक नवंबर से लागू होगा। श्रद्धालुओं का ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट लाना जरूरी होगा। निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही मां वैष्णो देवी की यात्रा की अनुमति मिलेगी।