Five simple ways to smooth and healthy menopause: digi desk/BHN/नई दिल्ली/उम्र बढ़ने के साथ ही महिलाओं की बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। उम्र के 50 से 55 साल के बीच हर महिला को मेनोपॉज यानि रजोनिवृत्ति से गुजरना होता है। इसमें महिला का मासिक धर्म या पीरियड्स बंद हो जाते हैं। इस उम्र के बाद महिलाओं में पीरियड्स के लिए जरूरी हार्मोन प्रोजेस्ट्रोन आदि कम होने लगता है। हार्मोन में यही बदलाव मेनोपॉज लाता है। मेनोपॉज से कुछ समय पहले ही महिलाओं को कई तकलीफों से गुजरना पड़ता है। हॉट फ्लैश, वेजाइना में सूखापन, नींद न आना, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, वजन बढ़ना और मेटाबॉलिज्म कम होना, डिप्रेशन, बालों, त्वचा में बदलाव जैसे कई लक्षण महिलाओं को परेशान करते हैं। बढ़ती उम्र के साथ आप भी अपनी बॉडी में आने वाले इस बदलाव से परेशान हैं तो मेनोपॉज की पीड़ा को कम करने के डाइट में इन खास चीज़ों का सेवन करें।
मेनोपाज के दर्द को कम करने वाले फूड
नाश्ते में अंजीर और अखरोट का सेवन करें
यदि आप मेनोपॉज की स्थिति में आ चुकी हैं तो सुबह उठते ही अपने दिन की शुरुआत अजीर और अखरोट से करें। ये दोनों चीजें ऐसी हैं कि इससे दिनभर एनर्जी लेवल बरकरार रहता है। इसके सेवन से एसिडिटी नहीं होती, अपच, गैस और पेट फूलने की परेशानी से बचाव होता है।
नाश्ता जरूर करें
सुबह में अखरोट, अंजीर लेने के बाद ब्रेकफास्ट करना नहीं भूलें। ब्रेक फास्ट नहीं करेंगी तो मूड स्विंग होने का खतरा बना रहेगा, साथ ही आप एनर्जीलेस महसूस करेंगी। अगर ब्रेकफास्ट का समय नहीं है तो एक केला या कुछ फ्रूट्स ही खा लें।
लंच में मोटा अनाज खाएं
अपने भोजन में ज्वार, बाजरा, रागी, कुट्टू जैसे मोटे अनाज को शामिल करें। कम से कम सप्ताह में दो-तीन दिन इन्हें जरूर अपने लंच में शामिल करें। रागी को मानसून में शामिल कर सकते हैं जबकि गर्मी में ज्वार और सर्दी में बाजरे को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
नारियल के लड्डू खाएं
घर पर हैं तो राजगीरा, अलिव या रवादार नारियल का लड्डू बनाएं और उन्हें खाएं। इनमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। कैल्शियम मेनोपॉज को स्मूथ करने में मदद करता है। यह मूड के उतार-चढ़ाव को भी नियंत्रित करने में फायदेमंद है।
डिनर में चावल खाएं
रात को डिनर में चावल खाएं, इससे पेट फूलने की समस्या नहीं होगी और शरीर में पानी देर तक टिका रहेगा।