World Diabetes Day: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ एक सर्वे के अनुसार 50 प्रतिशत व्यकि्तयों को यह पता ही नही होता की उसे मधुमेह है। मधुमेह के जो भी आंकड़े हमारे सामने आते हैं असल में मरीज उससे दोगुने ही हैं। हर दिन मधुमेह के रोगियों की संख्या में इजाफा नजर आ रहा है। रक्त में शर्करा की मात्रा के अधिक होने से मधुमेह होता है पर यदि रक्त में से शर्करा की मात्रा कम हो जाए तो वह भी खतरनाक होता है।
रक्त से शर्करा का मात्रा कम होने को हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं। शर्करा की मात्रा कम होना रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ने से कहीं ज्यादा हानिकारक हो सकता है। इस अवस्था में मरीज को चक्कर आना, बेहोशी भी आ सकती है। यह जानकारी मधुमेह विशेषज्ञ डा. अभ्युदय वर्मा ने वेबिनार में कही।
क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा विश्व मधुमेह दिवस पर रविवार को ‘स्वीट ट्रूथ’ विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया। इसमें डा. वर्मा ने मधुमेह से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि मधुमेह को लेकर जागरूकता बढ़ाना जरूरी है। यह रोग समाज की गंभीर समस्या बना हुआ है। इस रोग की चपेट में आने से बचने के लिए जागरूकता और सेहतमंद दिनचर्या को अपनाना बहुुत जरूरी है। जीवनशैली में बदलाव, संयमित खान-पान, व्यायाम के जरिए इस पर काबू पाया जा सकता है। मधुमेह की वजह से अंधापन, गुर्दे की समस्या, दिल के दौरे, स्ट्रोक आदि समस्या होने की आशंका भी रहती है।
मधुमेह के लक्षण
- * भूख और प्यास अधिक लगना
- * पहले की तुलना में अधिक बार पशाब आना
- * हमेशा थकान महसूस करना
- * वजन बढ़ना या कम होना
- * त्वचा में खुजली होना या त्वचा संबंधी समस्याएं होना
- * उल्टी आने जैसा महसूस होना
- * मुंह सूखना
- * नेत्र संबंधी समस्याएं जैसे- धुंधला दिखना
- * कोई घाव होने पर उसके ठीक होने में समय लगना