Naxalites killed in Gadchiroli: digi desk/BHN/ राजनांदगांव/छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की सीमा से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के ग्यारपत्ती-कोडगुल जंगल में शनिवार को मारे गए 26 नक्सलियों में छह महिला समेत 50 लाख का इनामी दीपक तेलतुमड़े उर्फ मिलिंद उर्फ जीवा शामिल है। मिलिंद नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य और महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जोन (एमएमसी जोन) का इंचार्ज था। मारे गए नक्सलियों में बस्तर के सात भी थे। रविवार को नक्सलियों का शव को लेकर मुख्यालय लौटे जवानों का साथियों ने ढोल-नगाड़ा बजाकर स्वागत किया। नक्सलियों के पास पांच एके-47 समेत 29 हथियार मिले थे।
गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकित गोयल ने बताया कि मुखबिर की इस सूचना के बाद गढ़चिरौली के सी-60 कमांडोज की टीम शनिवार सुबह इलाके के लिए रवाना हो गई। जवान सूचना के आधार पर नक्सलियों को चारों ओर से घेर रहे थे, तभी कुछ नक्सलियों ने देख लिया और फायरिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद जवानों ने मुंह तोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ में तीन जवानों को भी गोली लगी, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए भेजा। करीब 10 घंटे की मुठभेड़ में जवानों ने 26 नक्सलियों को ढेर कर दिया था।
भाग गए कई बड़े नक्सली
खूंखार नक्सली दीपक के साथ और भी कई बड़े नक्सली थे, जो लड़ाकू युवकों को लेकर बस्तर के कांकेर सीमा को पार कर राजनांदगांव जिले के मोहला ब्लाक से सटे महाराष्ट्र गढ़चिरौली जंगल रास्ते से होकर बालाघाट की ओर जा रहे थे। मुठभेड़ शुरू हुई तो कई बड़े नक्सली जंगल का सहारा लेकर भाग खड़े हुए।
नक्सल रणनीति बनाने में माहिर था दीपक
नक्सल रणनीति बनाने में दीपक तेलतुमड़े उर्फ मिलिंद उर्फ जीवा को महारत हासिल था। पिछले छह माह से दीपक बीजापुर के भैरमगढ़ क्षेत्र के उत्तरी इलाके में एमएमसी जोन में पुलिस से लड़ने के लिए तैयारी कर रहा था। खुफिया एजेंसी को इसकी पूरी खबर थी। वहीं छह माह पहले कवर्धा में गिरफ्तार नक्सली दिवाकर से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की पुलिस ने भी पूछताछ की थी, जिसमें दिवाकर ने स्पष्ट कर दिया था कि दीपक अक्टूबर-नवंबर में बस्तर से नक्सलियों की फौज लेकर आएगा।
तीनों राज्यों की पुलिस उन सभी रास्तों पर नजर रख रही थी, जहां से दीपक गुजर सकता था। इसमें सफलता महाराष्ट्र पुलिस को लगी। वह श्ानिवार को गढ़चिरौली के ग्यारपत्ती-कोड़गुल के जंगल रास्ते से अपने अन्य साथियों के साथ बस्तर से राजनांदगांव-महाराष्ट्र होकर बालाघाट की ओर रूख कर रहा था।
मारे गए नक्सलियों का नाम
मुठभेड़ में 20 पुरुष और छह महिला नक्सली ढेर हुए हैं। इसमें सेंट्रल कमेटी सदस्य व एमएमसी जोन इंचार्ज दीपक तेलतुमड़े पर 50 लाख रूपये का इनाम था। वहीं कंपनी-चार के डीवीसीएम लोकेश उर्फ मंगु पोडयाम पर 20 लाख रूपये, कसनसुर दलम के डीवीसीएम महेश उर्फ शिवा रावजी गोटा पर 16 लाख रूपये, कोरची दलम के कमांडर किशन उर्फ जैमन और कसनसुर दल के कमांडर सन्नाु उर्फ कोवाची पर आठ-आठ लाख रूपये का इनाम घोषित था।
छह लाख रूपये के इनामी दीपक तेलतुमड़े का बाडीगार्ड भगत सिंग उफ्र प्रदीप उर्फ तिलक मानकुर, कंपनी चार के पीएम प्रकाश उर्फ साधु सोनु बोगा पर चार लाख रूपये, बाडीगार्ड लच्छु पर चार लाख रूपये और कंपनी-फोर के पीपीसीएम नवलुराम उर्फ दिलीप और प्रमोद उर्फ लासाय कचलामी व बंडु उर्फ दसलु राजु गोटा पर आठ-आठ लाख रूपये, कोसा उर्फ मुसाखी पर चार लाख, टिपागढ़ दलम के सदस्य चेतन पदा सहित अडमा पोडयाम, नेरो पर दो-दो लाख रूपये के इनामी नक्सली मारे गए हैं। इसके अलावा दीपक मिलिंद की बाडीगार्ड विमला उर्फ इमला उर्फ मांसो सुखराम बोगा पर आठ लाख रूपये का इनाम था। पांच पुरुष और पांच महिला नक्सलियों की पहचान नहीं हो सकी है।