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Chhath Festival: उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन, महिलाओं ने 36 घंटे से चल रहा निर्जला व्रत तोड़ा

Chhath Puja 2021: digi desk/BHN/नई दिल्ली/  सूर्य की आराधना का पर्व छठ पूजा गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया। छठ पूजा के चौथे दिन महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे से चल रहा निर्जला व्रत तोड़ा। इस मौके पर बिहार और यूपी के साथ ही झारखंड की राजधानी रांची, मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में खास उत्साह देखने को मिला। नदियों और जलाशयों पर व्रतियों की भीड़ रही। जैसे ही सूर्यदेव की पहली किरण निकली, उन्हें अर्घ्य दिया गया।

उगते सूरज का पूजन कर छठ मैया का लिया आशीर्वाद

छठ महापर्व की आस्था का ऐसा संगम दिखा कि पूरा नगर ही पूर्वांचलमय लगने लगा। इससे पहले व्रतियों ने गुरुवार सुबह सूर्य निकलने के साथ ही पूजा की। सूप से अर्घ्य दिया गया उसी जगह रसियाव व रोटी केले के पत्ते पर स्वच्छ स्थान पर रखकर विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान लोगों ने जीवनदाता सूर्य और प्रकृति की उपासना के महापर्व छठ पर नगरवासियों को अनंत शुभकामनाएं दीं।

छठी मईया इस दौरान मायके आती हैं। लिहाजा निकाले गए नेवज पर सिंदूर लगाया जाता है। घरों में छठी मईया का लोकगीत गाकर श्रद्धाभक्ति से व्रतियों ने पूजा की। घाट से लौटने के बाद शाम को परिवार के पुरुष सदस्यों ने कोशी जलाया। इसमें हर गन्ने के पास मिट्टी के बर्तन में प्रसाद रखा जाता है और दीप जलाया जाता है। मिट्टी के हाथी के सामने अनाज रख दिया जाता है। फिर इसी कोशी को गुरूवार को छठ घाट पर ले जाकर पूजन किया गया। इसके बाद व्रती उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दी। छठ घाट पर पूजा-अर्चना के बाद ही प्रसाद ग्रहण करने के बाद महिलाएं आहार ग्रहण करेंगी। शहर में 18 से अधिक स्थानों पर छठ पूजा आयोजित की गई।

सभी दिशाओं में छठ मैया की जय और भोजपुरी गीत गूंजते रहे।  छठ पर्व का मुख्य प्रसाद ठेकुआ और टिकरी घरों में बनाया गया। अर्घ्य देते समय इस प्रसाद का विशेष महत्व होता है। आटा, गुड़ वाले ठेकुआ को शुद्घ घी में तैयार किया जाता है। इसके अलावा पूजा में सूप, दऊरा, कोशी, गन्ना, सूथनी, मूली, अदरक, सिंदूर समेत अन्य इस्तेमाल में आने वाले पूजा सामग्री की खरीदारी की गई। फिर इसे घर लाकर पूरी शुद्घता के साथ साफ कर व्रत वाले घरों में रखा गया।

सूर्य भगवान की महाआरती का आयोजन  

तालाब में सूर्य भगवान की 108 दीपों की महाआरती हुई एवं छठ व्रती महिलाओं को समिति के द्वारा फलों की टोकरी भेंट की गई। छठ पूजा के समय युवाओं की टोली में अदभुत उत्साह देखने को मिला और परिवार और मित्रों के साथ मिलकर सेल्फी लेने में वयस्त दिखे। वही अनेक लोगों ने पूजन का वीडियो बनाया और परिवार के साथ फोटो क्लिक करके यादों को संजोया। छठ पूजन के साथ ही जलाशयों में जमकर बच्चों-बड़ों ने पटाखे जलाए। इस दौरान खुशनुमा माहौल में सभी अपने तरीके से खुशियां मनाने में मशगूल दिख रहे थे। पटाखे, फुलझड़ियां और चकरी जैसी आतिशबाजी के बीच युवा तबका भी पूजन करने के बाद पटाखे जलाते दिखाई दिए।

 

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