T20WC2021:digi desk/BHN/नई दिल्ली/ नामीबिया पर जीत के साथ ही टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का सफर समाप्त हो गया। यह मैच इसलिए भी यादगार रहा, क्योंकि यह हेड कोच रवि शास्त्री का आखिरी मैच था। विराट कोहली का भी बतौर कप्तान यह आखिरी टी20 मैच रहा। मैच के बाद रवि शास्त्री ने बताया कि आखिर इस बार टीम इंडिया अहम मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाई। बकौल रवि शास्त्री, पिछले छह महीने से बायो बबल में रहने के कारण और आईपीएल 2021 व टी20 वर्ल्ड कप में अधिक गैप नहीं होने के कारण टीम के प्रदर्शन पर फर्क पड़ा। 6 महीने तक बायाे बबल में रहना आसान नहीं है। खिलाड़ियों को पेट्रोल डालकर नहीं भगाया जा सकता।
बीसीसीआई और आईसीसी को रवि शास्त्री की चेतावनी
एक इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने कहा, कोरोना को लेकर आईसीसी के अलावा सभी बोर्ड को सोचना होगा। खिलाड़ी मानसिक तौर पर प्रभावित हुए हैं। यदि इसके लिए कदम नहीं उठाए गए तो खिलाड़ी खुद खेलने से मना कर सकते हैं। मैं टीम के प्रदर्शन से निराश नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं मानसिक रूप से थका हुआ हूं और मेरी उम्र में ऐसा होता है लेकिन इन लोगों (खिलाड़ियों) को मानसिक और शारीरिक थकान से उबरने के लिए आराम की जरूरत है।’
रवि शास्त्री ने जोर देकर कहा कि वर्तमान भारतीय टीम एक विजेता टीम है और खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान न देने से टीम की प्रगति में बाधा आ सकती है। सभी क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी को यह सोचने की जरूरत है कि वे खिलाड़ियों की मानसिक थकान की समस्या को कैसे हल करेंगे। क्योंकि कुछ समय बाद आप देखेंगे कि अगर हम इसी तरह के बायो बबल में खेलना जारी रखते हैं तो भविष्य की श्रृंखला से खिलाड़ियों को बाहर करना शुरू कर देंगे।