Five laborers died due to poisonous gas in water tank: digi desk/BHN/अहमदाबाद/ गुजरात के गांधीनगर में एक पानी की टंकी की सफाई के दौरान पांच मजदूरों की जान चली गई।कलोल औद्योगिक क्षैत्र में दवा बनाने की एक कंपनी के वाटर टैंक में उतरे एक मजदूर ने जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मदद के लिए पुकार लगाई तो चार अन्य श्रमिक भी इस टैंक में उतरे, लेकिन जिंदा वापस नहीं आ सके। टैंक में रासायनिक गैस के चलते पांचों श्रमिकों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि पानी की टंकी में गंदगी जमा हो गई थी, जिसे साफ करने के लिए मजदूरों को अंदर उतारा गया था। लेकिन ज्यादा गंदगी के कारण पानी की टंकी में जहरीली गैस भर गई थी और इस वजह से मजदूरों का दम घुट गया। मामले की जांच की जा रही है।
गांधीनगर जिले के कलोल कस्बे के खात्रज गांव में गुजरात औध्योगिक विकास निगम क्षैत्र के प्लॉट 10 ब्लॉक नंबर 58 में दवा कंपनी तुत्सन फार्मा के वाटर प्रोसेस टेंक की सफाई का काम चल रहा था। एक मजदूर नीचे उतरा तथा कुछ देर बाद उसने दम घुटने के चलते मदद के लिए पुकारा, एक के बाद एक मदद के लिए बाहर खड़े 4 श्रमिक इस टैंक में उतरे। लेकिन जहरीली गैस के प्रभाव के चलते इन पांचों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही गांधीनगर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और पांचों श्रमिकों के शव बाहर निकाले। पुलिस का मानना है कि जहरीली गैस के चलते श्रमिकों की मौत हुई है।
दिवाली पर्व के चलते प्लांट ऑपरेटर छुट्टी पर बाहर गया हुआ था। सिर्फ दो सुरक्षाकर्मी यहां मौजूद थे। कंपनी के ईटीपी प्लांट की सफाई के लिए विनय कुमार नामक श्रमिक टेंक में उतरा, अचानक वह चिल्लाने लगा तो एक-एक करके चारों श्रमिक देवेंद्र कुमार, दिनेश, राजन कुमार, अनीश कुमार टैंक में उतरे, लेकिन कोई वापस नहीं निकल पाया। जहरीली गैस के प्रभाव के चलते सभी की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस भी रासायनिक प्रक्रिया के चलते उत्पन्न जहरीली गैस को ही मौत का कारण बता रही है।