Corona Vaccination in Madhya Pradesh: digi desk/BHN/ भोपाल/ प्रदेश में शुक्रवार को एक लाख 62 हजार 950 लोगों को कोरोनारोधी टीके की दूसरी डोज लगाकर सरकार ने दो करोड़ डोज लगाने का आंकड़ा पार कर लिया है। अब तक प्रदेश में दो करोड़ एक लाख 86 हजार 296 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। जबकि चार करोड़ 98 लाख 67 हजार 494 लोगों को पहली डोज लगाई गई है। शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे तक प्रदेश में एक लाख 91 हजार 309 लोगों का टीकाकरण किया गया है। ज्ञात हो कि प्रदेश में 18 साल से अधिक आयु वर्ग के पांच करोड़ 49 लाख 50 हजार लोग टीकाकरण के लिए पात्र हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अपने निवास पर कोरोना की समीक्षा करते हुए 31 दिसंबर तक प्रदेश में सौ फीसद टीकाकरण का लक्ष्य दिया है। इसे पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर से विशेष अभियान चलाने और इस दौरान उन लोगों को पहली और दूसरी डोज लगाने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने अब तक नहीं लगवाई है। इसके लिए सरकार जागरुकता अभियान भी चलाएगी। जिसमें स्कूल-कालेज के बच्चों की मदद ली जाएगी। ताकि वे अपने माता-पिता को टीका लगवाने के लिए राजी कर सकें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले आयोजनों में कोरोना की जांच और टीकाकरण की विशेष व्यवस्था की जाए। प्रदेशवासियों का जीवन बचाने के लिए टीकाकरण जरूरी है। लोगों को जागरुक करने के लिए सघन अभियान चलाएं। उन्होंनेदूसरी डोज लगवाने में लापरवाही बरत रहे लोगों को काल सेंटर से फोन कर टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर जैसे जिले जहां तुलनात्मक रूप से कोरोना के मामले सामने आते रहते हैं, वहां विशेष रूप से सघन जांच जारी रखें।
रोज 58 हजार लोगों की जांच
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में रोज 58 हजार लोगों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश में सिर्फ नौ संक्रमित मिले हैं।
तीन जिलों में सौ फीसद लगी पहली डोज
भोपाल, इंदौर और आगर जिलों में सौ फीसद पात्र लोगों ने पहली डोज लगवा ली है। जबकि छिंदवाड़ा में 97 फीसद, उमरिया में 95 फीसद पात्र लोगों को पहली डोज लग चुकी है। 23 जिलों में 90 से 95 फीसद, 17 जिलों में 85 से 90 फीसद, देवास, पन्न्ा, खरगोन, आलीराजपुर, सीधी और भिंड जिलों में 80 से 85 फीसद लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। भोपाल और इंदौर में 59 फीसद जनसंख्या को दूसरी डोज लग चुकी है। भोपाल में 70 फीसद और इंदौर में 50 फीसद पात्र जनसंख्या ऐसी है, जिसने पहली डोज तो लगवा ली, पर दूसरी डोज अभी तक नहीं लगवाई है।