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Pushya Nakshatra: गुरूवार 28 अक्‍टूबर को पुष्‍य नक्षत्र सहित अमृतयोग, अमृतसिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि योग, जानिए खरीददारी का शुभ मुहूर्त

Pushya Nakshatra : digi desk/BHN/ गुरूवार 28 अक्टूबर 2021 गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने से अतिशुभ योग बनता है। पुष्य नक्षत्र 28 तारीख को सुबह 9:40 से 29 तारीख शुक्रवार को 11:40 तक रहेगा। अतः 28 अक्टूबर को गुरपुष्य योग के अलावा अमृतयोग, अमृतसिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि योग है। अतः विवाह को छोड़ कर सभी शुभ कार्य करना शुभ होता है। इस दिन नवीन मकान ,जमीन, वाहन ,सोना, चांदी, वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक समान, की खरीदारी का शुभ योग है। नवीन दुकान, व्यापार प्रारम्भ करना, गृह प्रवेश करना का भी शुभ मुहूर्त है। 29 तारीख शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र 11:37 तक है अतः इस दिन भी 11:37 तक शुभकार्य के मुहूर्त है। डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य सीहोर ने बताया कि ये शुभ मुहूर्त ज्योतिष अनुसार है। लेकिन दीपावली से पहले जब मन प्रसन्न हो उस दिन आप शुभकार्य व खरीददारी कर सकते हैं क्योंकि किसी भी कार्य को करते समय मन की प्रशन्नता सबसे बड़ा मुहूर्त होता है। यह नक्षत्र गुरुवार को आता है तो इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है। इसे श्रेष्ठतम मंगलकारी योग में से एक माना गया है।

इन वस्‍तुओं की खरीदारी का है महत्‍व

इस दिन जो नई वस्तु, जमीन-मकान, वाहन, स्वर्ण आभूषण के अलावा नया व्यापार शुरू करते हैं। उन पर देवी महालक्षमी की विशेष कृपा होती है। इस दिन सोना-चांदी और भूमि-भवन की खरीदारी विशेष लाभदायक मानी गई है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर 28 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सुबह 9.41 बजे से होगी। पुष्य नक्षत्र 29 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 11.38 बजे तक रहेगा। 28 को रवियोग सुबह 9.30 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। धनतेरस 2 नवंबर और 4 अक्टूबर को दीपावली होगी।

नक्षत्र का शुभारंभ – सप्तमी तिथि, 28 अक्टूबर को सुबह 9.41 से

समापन – 29 अक्टूबर सुबह 11.38 बजे तक

कुल अवधि – 25 घंटे 57 मिनट

रवि योग-सर्वार्थसिद्धि योग

पुष्य नक्षत्र के दिन ही सुबह 9.30 बजे रवि योग का शुभ काल शुरू होगा। साथ ही इसी दिन सर्वार्थसिद्धि योग है, जो दिनभर रहेगा।

गुरु पुष्य के संयोग में कब रहेगा कौन सा चौघड़िया

  • – चर : सुबह 10.45 से दोपहर 12.10 बजे तक
  • – लाभ : दोपहर 12.11 से 1.36 बजे तक
  • -अमृत : दोपहर 1.37 से 3.01 बजे तक
  • – शुभ : दोपहर 4.26 से शाम 5.51 बजे तक
  • -अमृत : शाम 5.52 से 7.26 बजे तक
  • -चर : शाम 7.27 से रात 9.01 बजे तक

शुक्र पुष्य पर चौघड़ियानुसार मुहूर्त

  • -चर : सुबह 6.30 से 7.55 बजे।
  • -लाभ: सुबह 7.55 से 9.20 बजे।
  • -अमृत: सुबह 9.21 से 10.45 बजे।
  • -शुभ : दोपहर 12.10 से 1.35 बजे।
  • -चर : दोपहर 4.26 से 5.51 बजे तक।

27 नक्षत्रों में सर्वश्रेष्ठ

ज्योतिष मान्यता के अनुसार कार्तिक माह के पहले पखवाड़े में पुष्य नक्षत्र का संयोग बनता ही है। चूंकि 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं। जब भी पुष्य नक्षत्र पड़ता है, तब पूजा-पाठ और घर की सुख-समृद्धि के लिए खरीदारी करना शुभ फलदायी माना जाता है। पुष्य नक्षत्र को अमरेज्य कहा गया है, इस दिन खरीदी हर वस्तु स्थायित्व प्रदान करती है। लक्ष्मी यानी धन में बढ़ोतरी होती है।

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