सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कमिश्नर रीवा संभाग अनिल सुचारी और एडीजीपी केपी व्यंटेश्वर राव ने संयुक्त रूप से बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रैगांव विधानसभा उप निर्वाचन के लिये कार्यरत प्रकोंष्ठों के नोडल अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक लेकर विधानसभा उप निर्वाचन की तैयारियों और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस मौके पर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश शाही, रिटर्निंग ऑफिसर नीरज खरे, नोडल अधिकारियों में आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित संजयराव झाड़े, एसडीएम धीरेंद्र सिंह, एसके गुप्ता, डिप्टी कलेक्टर सुरेश जादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह, जिला पेंशन अधिकारी अशोक मिश्रा सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्नर श्री सुचारी ने सतना जिले की विधानसभा उप निर्वाचन रैगांव के लिए गठित विभिन्न प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारियों से चर्चा कर अब तक की गई तैयारियों की जानकारी ली। जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया ने विधानसभा क्षेत्र रैगांव में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की गई व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी दी। कमिश्नर श्री सुचारी ने कहा कि मतदान केन्द्रों में मोबाइल का प्रयोग और लेकर जाना प्रतिबंधित किया गया है। मतदान केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें पूर्ण रहें और मतदान दलों के मतदान केन्द्र पहुंचने पर उनके रूकने, भोजन, पानी और विद्युत की सुचारू व्यवस्थायें की जाएं। कमिश्नर ने कहा कि मतदान के पहले के दो-तीन दिन क्रिटिकल होते हैं। क्षेत्र के सभी सेक्टर, जोनल अधिकारी, एसएसटी, वीएसटी, एफएसटी पूरी तरह सक्रिय होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मतदान के दिन जोनल और सेक्टर अधिकारी पुलिस अधिकारियों के साथ अपने क्षेत्र का सतत रूप से भ्रमण करते रहें। निर्देशों और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाए जाने के पर सबके विरूद्ध समान रूप से निष्पक्ष कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि मतदान कार्य से जुड़े सभी अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के बारे में अवगत होकर ईवीएम संचालन में दक्षता प्राप्त करें।
एडीजीपी श्री राव ने कहा कि रैगांव विधानसभा के उप निर्वाचन के लिये जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, स्वतंत्र मतदान कराने के ब्रिलिएंट अरेंजमेंट किये गये हैं। निर्वाचन आयोग की मंशा भी यही है। उन्होने कहा कि क्रिटिकल श्रेणी के मतदान केन्द्रों में विशेष ध्यान रखें।
जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया ने रैगांव विधानसभा उप निर्वाचन के लिए की गई व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी में बताया कि रैगांव विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता संख्या 2 लाख 6 हजार 910 है। जिनमें 1 लाख 9 हजार 750 पुरुष और 97 हजार 160 महिलाएं हैं। पूर्व के 265 और नए 48 सहायक केंद्र मिलाकर कुल 313 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 241 लोकेशन पर स्थापित 313 मतदान केंद्रों में से 135 दूरस्थ या अन्य कारणों से क्रिटिकल मतदान केंद्रों के रूप में चिन्हित किया है। रैगांव विधानसभा में कोई भी मतदान केंद्र शैडो एरिया अथवा वर्नरेबल एरिया में नहीं हैं। मुख्यतः तीन थाना क्षेत्र में समाहित इन मतदान केंद्रों के लिए 92 रूट और 44 सेक्टर बनाए गए हैं। मतदान दलों को ले जाने 91 बस, एक जीप और सेक्टर अधिकारियों के लिए 44 वाहनों की आवश्यकता होगी। वाहनो में जीपीएस सिस्टम लगाने गुरूवार से वाहन अधिग्रहीत किये जायेंगे। विधानसभा क्षेत्र के लिए रिजर्व सहित 391 मतदान दलों का गठन कर लिया गया है। सभी 313 मतदान केंद्रों में रैंप, पेयजल, छाया, फर्नीचर, टॉयलेट, विद्युत की व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है। दिव्यांग वोटर्स के लिए दो-दो व्हीलचेयर भी रखी जाएंगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में कुल 2563 दिव्यांग और 356 मतदाता 80 वर्ष से अधिक उम्र के चिन्हित हैं। इन्हें पोस्टल बैलेट के लिए प्रपत्र दिए गए थे। इनमें से दिव्यांग और 80 प्लस श्रेणी के मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से मतदान की सहमति प्रदान किये गये 914 मतदाताओं में से 854 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट किया है। विधानसभा क्षेत्र में 525 सर्विस वोटर हैं, जबकि ईडीसी और कोविड सस्पेक्ट कोई मतदाता नहीं है। मतगणना और स्ट्रांग रूम के लिए शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 को चयनित किया है। यहां मतगणना के लिए 3 कक्ष और स्ट्रांग रूम के लिए पांच कक्षों में व्यवस्था की गई है। आदर्श आचार संहिता और धारा 144 के पालन में जिला बदर के 48 में से 11 प्रकरणों में जिला बदर और एक प्रकरण में रासुका की कार्यवाही की गई है। दो हजार 997 बांड ओवर की कार्यवाही की गई है। 72 घंटे पूर्व की जाने वाली सभी आवश्यक कार्यवाहियां कर ली गई है। जबकि 48 घंटे पूर्व की जाने वाली तैयारियां गुरूवार की सायं से की जाएंगी।
कमिश्नर श्री सुचारी एवं एडीजीपी श्री राव ने विधानसभा रैगांव के उप निर्वाचन के लिये की गई सभी आवश्यक व्यवस्थाओं और तैयारियों के लिये संपूर्ण अमले को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये विधानसभा क्षेत्र में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कराने के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई है।
सतर्कता एवं सावधानीपूर्वक करें गणना का कार्य, मतगणना हेतु माइकोआब्जर्वर, गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायकों का प्रशिक्षण सम्पन्न
विधानसभा उप निर्वाचन 62 रैगांव में 30 अक्टूबर 2021 को मतदान के बाद मतगणना 2 नवंबर को प्रातः 8 बजे से शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि० व्यंक्ट क्रमांक एक सतना में होगी। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतगणना नियत समय पर प्रारंभ होगी। मतगणना हेतु तैनात किये गये माईकोआब्जर्बर, गणना अधिकारी, गणना सहायकों का प्रशिक्षण बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित संजयराव झाड़े की अध्यक्षता में संपन्न प्रशिक्षण में मतगणना हेतु नियुक्त किये गये अधिकारी-कर्मचारियों को मत की गोपनीयता बनाये रखने के निर्देश दिये गये हैं। मास्टर ट्रेनर्स डॉ बीके गुप्ता ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी के मार्गदर्शन में निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार डाक मतपत्रों की गिनती सबसे पहले की जावेगी। मतगणना की प्रत्येक गतिविधियों पर माईकोआजबर नजर रखेंगे। प्रशिक्षण के दौरान सभी मतगणना पर्यवेक्षक गणना सहायको एवं माईक्रो आर्ब्जवर्स को गणना का कार्य पूरी शुद्धता सर्तकता और सावधानीपूर्वक संपादित करने के निर्देश दिये गये। डॉ गुप्ता ने विधानसभा निर्वाचन रैगांव के लिए होने वाली मतगणना की प्रकिया से अवगत कराते हुए डाक मतपत्र की गिनती एवं इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में रिकार्डमतों की प्रकिया के संबंध में सारगर्भित जानकारी दी।
इस मौके पर रिटर्निंग ऑफीसर नीरज खरे, सहायक रिटर्निंग आफीसर अजयराज सिंह, हिमांशु भलावी, जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद पांडेय भी उपस्थित थे। मास्टर ट्रेनर डॉ गुप्ता ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 62 रैगांव के मतो की गणना का कार्य शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. व्यंकट क्रमांक-एक में प्रातः 8 बजे से शुरू किया जायेगा। मतगणना के लिये सात-सात टेबिलो के दो कक्ष बनाये जायेगें। डाकमत पत्रों की गिनती के लिये अलग से एक कक्ष बनाया जायेगा। प्रत्येक चक्र की गणना पूर्ण होने के पहले तक किसी भी टेबल पर दूसरे चक की ईवीएम नही लाई जायेगी। गणना कार्य मे लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ गणना का कार्य संपादित करेगें। कार्य के दौरान यह निष्पक्षता उनके आचरण और कार्य ब्यवहार से दिखनी भी चाहिये। कोई भी गणना कार्य मे लगा व्यक्ति मतो के बारे में संसूचित या प्रदर्शित नही कर सकेगा। उन्होने गणना प्रकिया की जानकारी देते हुये बताया कि डाक मतपत्रों की गणना प्रारंभ होने के 30 मिनिट के अंतराल के बाद ईव्हीएम में रिकार्ड किये गये वोटों की गिनती की शुरूआत की जावेगी। आधे घण्टे बाद दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानांतर रूप से की जा सकेगी। केवल उन्हीं डाक मतपत्र की गिनती की कार्यवाही की जावेगी, जो विधि-सम्यक रूप से सही होंगे और निर्धारित समय तक प्राप्त हो चुके हैं। मतगणना प्रारंभ होने के नियत समय बाद डाक मतपत्र का कोई लिफाफा नहीं खोला जावेगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लागू किये गये प्रावधानों के अनुसार मतगणना के प्रत्येक राउंड के बाद अभ्यर्थी या उसके चुनाव अभिकर्ता को अभ्यर्थी को मिले मत की जानकारी नियंत्रण यूनिट के प्रदर्शन पैनल से दिखाई जावेगी और गणना पर्यवेक्षक ऐसे मतों की संख्या को प्रत्येक अभ्यर्थीवार पृथक से प्रारूप 17 ग के भाग 2 गणना का परिणाम में अभिलिखित करेंगे। प्रारूप 17 ग को सभी प्रकार से पूर्ण कर लेने के बाद गणना पर्यवेक्षक उसमें हस्ताक्षर करके गणना टेबिल के पास उपस्थित अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ताओं से भी हस्ताक्षर करायेंगे।