सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश में शराब बंद कराने के लिए मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती लगातार प्रयास कर रही हैं।मंगलवार को उमा भारती ने मैहर पहुँच कर माँ शारदा के दर्शन किये। इसके बाद उन्होंने शराब बंदी को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब शराब से करोड़ों घर-परिवार बर्बाद हो रहे हैं तो सरकारों को इसे आमदनी का जरिया नहीं बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को बिहार और गुजरात से सीख लेना चाहिए। उन्होंने शराब बंदी को लेकर यह तक कह डाला कि सर्वाधिक आदिवासी वर्ग मध्य प्रदेश और गुजरात में हैं जो मदिरा पान के बाद असभ्यता नहीं करता, असभ्यता तो शहराती समाज करता है। यह बयान उमा भारती ने नवरात्र की सप्तमी मंगलवार को मैहर में मां शारदा के दर्शन के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा। उमा भारती ने मंगलवार को मैहर में मां शारदा देवी की पूजा अर्चना व आरती की। इसके बाद उन्होंने बताया कि मां शारदा देवी उनकी कुल देवी हैं, वो हमेशा यहां आती है बीते वर्ष वो कोरोना की वजह से नही आ सकीं लेकिन मंगलवार को दर्शन कर देश को कोरोना महामारी जैसी आपदा से मुक्ति के लिए प्रार्थना की है।
उमा भारती हर बार सप्तमी को मैहर दर्शन करने जरूर आती हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे मध्य प्रदेश में को भी मदिरा मुक्त करवाएंगी लेकिन इसके पूर्व जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है, और इसके लिए वो मुख्य मंत्री शिवराज सिंह,एवं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से लगातार बात कर रही हैं और वो उनके साथ हैं। उन्होंने कहा दोनों ही शराब से नफरत करते हैं यहां तक कि पार्टी के कार्यकर्ता भी शराब से दूर रहते हैं। उमा ने मध्य प्रदेश में हो रहे उप चुनाव पर महंगाई बेरोजगारी को वैश्विक समस्या बताया और भाजपा की जीत का दावा किया है।