Pitru Paksh 2021: सतना /भोपाल/आज पितृ पक्ष समाप्त हो रहे हैं। पितृमोक्ष अमावस्या के अवसर पर राजधानी में आज सुबह से बड़े तालाब की शीतलदास की बगिया सहित अन्य जलाशयों के घाटों पर पहुंचकर लोग अपने भूले-बिसरे पूर्वजों का जल से तर्पण कर रहे हैं। तर्पण करने के लिए लोग सुबह छह बजे से जलाशयों के घाट पर उमड़ रहे हैं। चित्रकूट की मन्दाकिनी नदी के घाटों में तर्पण करने वाले logon का सुबह से ताँता लगा हुआ है। इसी प्रकार सतना शहर के नदी तालाबों लोग सुबह से पहुंच कर अपने पितरों का श्रद्धा पूर्वक तर्पण करने में लगे हुए हैं. पितृमोक्ष अमावस्या पर पूरे विंध्य में लोग श्रद्धाभाव से पितरों को श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित कर रहे है।
Pitru Paksh 2021: पितृमोक्ष अमावस्या तालाब व नदी के घाटों पर पितरों का तर्पण करने उमड़े लोग
भोपाल में सिंधी कॉलोनी के दुर्गा माता मंदिर में पितृमोक्ष अमावस्या पर सामूहिक तर्पण का कार्यक्रम रखा है। लोग तर्पण कर रहे हैं। इसके अलावा शहर के संत हिरदाराम नगर, कोलार, भेल, अवधपुरी, आयोध्या बायपास, होशंगाबाद रोड सहित कई स्थानों पर तर्पण के सामूहिक कार्यक्रम हो रहे हैं। लोग विधि-विधान से पूजा-अर्चना करके तर्पण कर रहे हैं।
पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि बीते पंद्रह दिनों से पितृपक्ष चल रहे थे। आज पितृपक्ष का समापन है। पितृमोक्ष अमावस्या में ऐसे लोग जो अपने पूर्वजों को भूल चुके हैं, वो लोग भी पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए व उन्हें याद करने के लिए उनका तर्पण कर सकते हैं। उन्हें भोग लगा सकते हैं। पितृमोक्ष अमावस्या के दिन पूर्वजों का तर्पण करने से उनका आशीर्वाद मिलता हैं। पुण्य होता है। बीते पंद्रह दिनों से लोग अपने पूर्वजों का तर्पण जलाशयों में जाकर कर रहे थे। रोजाना सुबह छह से सुबह 10 बजे तक तर्पण करके पूर्वजों को भोग लगाकर भोजन करते थे। आज पितृपक्ष का समापन है, इसलिए आज जलाशयों में बड़ी संख्या में लोग तर्पण कर रहे हैं। ऐसे कई लोग जो पितृपक्ष में पूर्वजों का तर्पण नहीं कर पाए थे, वे सभी लोग आज तर्पण कर रहे हैं। लोग आसानी से तर्पण कर सकें, इसलिए सामूहिक तर्पण के कार्यक्रम रखे गए हैं। प्रशासन द्वारा घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।