राज्य स्तरीय मंथन कार्यशाला का किया शुभारंभ
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि स्वावलंबी, स्वाभिमानी और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के उद्देश्य के प्रति जन-अभियान परिषद सदैव सजग, सचेत और तत्पर रहा है। जन अभियान परिषद ने विगत वर्षों से योजनाओं में सक्रिय भागीदारी कर समाज परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन बदलते परिवेश में योजनाओं के निर्माण और क्रियान्वयन की प्रक्रिया में परिवर्तन आवश्यक है। सुश्री ठाकुर क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान परिसर में जन-अभियान परिषद और महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘राज्य स्तरीय मंथन’ कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रही थी। सुश्री ठाकुर ने कहा कि भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। गाँवों की दिशा और दशा बदलने के लिए जन-अभियान परिषद को युवानुकूल परिवर्तन और उन्नयन की आवश्यता है। निश्चित ही इस कार्यशाला में बुद्धिजीवियों के मंथन से उपजा अमृत समाज को नई दिशा दिखाएगा। सुश्री ठाकुर ने समाजकार्य विषय में स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम पर चर्चा करते हुए सुझाव दिया कि आध्यात्म विषय का ज्ञान और प्रशिक्षण को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा इससे समाज के भौतिक विकास के साथ आध्यात्मिक उन्नति भी संभव होगी।
सुश्री ठाकुर ने जन-अभियान परिषद से आजादी के 75 वर्ष पर आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ से जुड़ने का आव्हान किया। सुश्री ठाकुर ने कहा कि आप सभी समाज के भीतर रहकर समाज का नेतृत्व करते हैं, इसलिए आप सभी की जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। सुश्री ठाकुर ने जन-अभियान परिषद के सभी सदस्यों से आग्रह किया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सभी अपने घर की बैठकों में कम से कम एक महापुरुष, वीर क्रांतिकारी और बलिदानी का चित्र अवश्य लगाएँ। सुश्री ठाकुर ने कहा कि यह चित्र परिवार के चित्त का निर्माण करेगा। यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम हमारे महापुरुष, बलिदानी और वीर क्रांतिकारियों के संघर्ष और स्वर्णिम इतिहास से अपनी भावी पीढ़ी को अवगत कराएँ।
जन-अभियान परिषद के कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेंद्र कुमार पांडे ने कहा कि 18 सितंबर तक चलने वाली इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत प्रस्तावित समाजकार्य स्नातक और परास्नातक (सामुदायिक नेतृत्व एवं सतत विकास) पाठ्यक्रम के लिए स्व अध्ययन सामग्री के निर्माण एवं नवांकुर, प्रस्फुटन और सृजन योजनाओं के नवीन स्वरूप के निर्धारण पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस अवसर पर जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू और चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. वीरेंद्र कुमार व्यास सहित विभिन्न जिलों से जन-अभियान परिषद के डिस्ट्रिक को-ऑर्डिनेटर और सदस्य उपस्थित थे।
राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का नाम परिवर्तित
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का नाम परिवर्तित कर मध्यप्रदेश राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग कर दिया गया है। इस आयोग को शासन द्वारा 28 जनवरी 2008 को गठित किया गया था।