Sunday , November 24 2024
Breaking News

Anant Chaudas: अनंत चौदस पर बन रहा मंगल बुधादित्य योग, जानिए, महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त

Anant Chaudas 2021: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को अनंत चौदस पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष अनंत चौदस 19 सितंबर को मनाई जाएगी और इस दिन मंगल, बुध और सूर्य एक साथ कन्या राशि में विराजमान होने के कारण मंगल बुधादित्य योग बन रहा है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस विशेष योग में भगवान पूजा करने पर विशेष फल मिलता है। इस दिन विशेषकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, लेकिन साथ ही भगवान गणेश का विसर्जन भी अनंत चतुर्दशी को ही किया जाता है, इसलिए अनंत चतुर्दशी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

भगवान विष्णु का खास दिन है अनंत चतुर्दशी

आमतौर पर गणेश विसर्जन के कारण अनंत चतुर्दशी को भगवान गणेश का दिन माना जाता है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखकर विष्णु जी को अनंत सूत्र बांधने से सारी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। ये अनंतसूत्र कपड़े या रेशम का बना होता है और इसमें 14 गांठ लगी होती हैं। इसलिए अनंत चतुर्दशी को भगवान विष्णु के अनंत रूप के पूजा की जाती है।

अनंत चतुर्दशी पर पूजा का शुभ मुहूर्त

अनंत चतुर्दशी पर्व इस साल 19 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6.07 मिनट से शुरू होगा, जो अगले दिन 20 सितंबर को सुबह 5.30 बजे तक रहेगा। अनंत चतुर्दशी पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 23 घंटे 22 मिनट तक रहेगी।

जानिए क्या है अनंत चतुर्दशी का पौराणिक महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अनंत चतुर्दशी पर्व मनाने की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी। ऐसी मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन ही भगवान विष्णु ने सृष्टि की शुरुआत में 14 लोकों तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू, भुवः, स्वः, जन, तप, सत्य, मह का निर्माण किया था।

About rishi pandit

Check Also

किसी के मन की बात को आसानी से समझने के लिए समझें बॉडी लैंग्वेज

बॉडी लैंग्वेज की मदद से किसी के मन की बात को आसानी से पढ़ा जा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *