States issued advisory for ganesha chaturthi celebration: digi desk/BHN/नई दिल्ली/केरल को छोड़ दिया जाए तो भारत ने काफी हद तक कोरोना महामारी पर काबू पा लिया है। हालांकि तीसरी लहर की आशंका को लेकर केंद्र सरकार काफी सतर्क है। इस बीच राज्य सरकारों ने त्योहारी सीजन को देखते हुए कुछ खास कदम उठाए हैं। सरकारें किसी भी हाल में ढील नहीं देना चाहती। गणेश चतुर्थी को लेकर भी राज्यों में गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
नागरिकों से सादगी से त्योहार मनाने की अपील
मुंबई नागरिक निकाय ने लोगों से सादगी से गणपति उत्सव मनाने की अपील की है। इसे लेकर दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। बीएमसी ने सार्वजनिक गणपति पंडालों में भक्तों के लिए शारीरिक दर्शन पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा जुलूस में भाग लेने वालों की संख्या पर भी प्रतिबंध लगाया है।
कर्नाटक में भी मूर्ति विसर्जन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध
कर्नाटक सरकार ने गणेश चतुर्थी मनाने की अनुमति उन जिलों में दी है जहां COVID-19 परीक्षण सकारात्मकता दर दो प्रतिशत से कम है। हालांकि, पूजा पंडाल में या मूर्ति के विसर्जन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और जुलूस पर रोक लगाई गई है। राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा, ‘गणेश की मूर्तियों को स्थापना के पांच दिनों के भीतर विसर्जित कर दिया जाना चाहिए और उनके विसर्जन के दौरान कोई जुलूस नहीं होना चाहिए।’ सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सादगी से उत्सव मनाया जाए और आयोजन में सिर्फ 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं।
गोवा में पटाखों और जुलूसों पर प्रतिबंध
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए गोवा सरकार ने गणेश चतुर्थी से पहले पटाखों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क पहनने के भी निर्देश दिए गए हैं। वहीं, प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों की बिक्री और खरीद सख्त वर्जित है।
आंध्र प्रदेश में भी गणेश चतुर्थी को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस मौके पर पंडालों और जुलूस की अनुमति नहीं दी गई है।