Sand mafiya Crime: digi desk/BHN/मुरैना/ जिला न्यायालय के सीजेएम के सुरक्षा गार्ड, एसएएफ जवान को कुचलने के लिए माफिया ने अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली चढ़ाने का प्रयास किया। इस घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को पुलिस व वन विभाग हरकत में आया। चेकिंग के दौरान अवैध रेत का एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ भी लिया, लेकिन कुछ ही देर में पुलिस व वन टीम के अधिकारी-कर्मचारियों को धमकाकर माफिया अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छीन ले गए।
शुक्रवार सुबह सिविल लाइन थाना और वन विभाग की टीम ने हाइवे पर चेकिंग शुरू की। वन विभाग के कार्यालय के पास ही चंबल नदी के अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ लिया। पुलिस व वन टीम ने जैसे ही ट्रैक्टर-ट्रॉली को अपने कब्जे में लिया तो वहां रेत माफिया के समर्थन में 40 से 45 लोगों की भीड़ आ गई, जिनके साथ भाजपा के एक पूर्व विधायक का पुत्र भी था।
करीब 15 मिनट तक रेत माफिया की पुलिस व वन विभाग की टीम के साथ बातचीत हुई । पूर्व विधायक के पुत्र ने वन कर्मचारियों के हाथों से ट्रैक्टर की चाबी छीन ली। अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर बेखौफ रेत माफिया भाग गए। पुलिस थाने का अमला व वन विभाग की टीम चुपचाप देखती रही। सिविल लाइन पुलिस इस पूरे मामले पर पर्दा डालने लग गई। कहा कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं, जबकि वन विभाग के अफसरों का कहना है कि मुरैना के लिए ऐसी घटनाएं नई नहीं हैं।
थाने से ले गए बाइक
गुरुवार को बैरियर स्थित ओवरब्रिज पर वन विभाग व सिविल लाइन थाना टीम ने अवैध रेत से भरे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ रेत माफिया की एक बाइक को भी पकड़ा था। इस बाइक से रेत माफिया पुलिस व वन विभाग की रेकी करते थे। रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को वन विभाग ने जब्त किया, बाइक को सिविल लाइन पुलिस ने जब्ती में लिया, लेकिन शाम होने तक यह बाइक सिविल लाइन थाने से छोड़ दी गई।
इस बाइक के साथ पुलिस ने एक रेत माफिया को पकड़ा था, उधर ट्रैक्टर के साथ भी वन विभाग के एक आरोपित को दबोचा लिया था। इसके बाद कुछ भाजपा नेताओं ने पुलिस व वन विभाग के अफसरों पर ऐसा दबाव बनाया कि दोनों आरोपित छोड़ दिए गए। सिविल लाइन पुलिस थाने में रखी बाइक को भी देर रात को रेत माफिया उठाकर ले गए।