IRCTC Update: digi desk/BHN/ देश में कोरोना की दूसरी लहर का असर खत्म होने के बाद अधिकतर केरल छोड़कर अधिकतर राज्यों में हालात सामान्य हो चुके हैं और धीरे-धीरे करके सभी तरह की गतिविधियां अनलॉक हो चुकी हैं। सभी राज्यों के अनलॉक होने से रेलवे में भी यात्रीभार बढ़ा है। इस वजह से भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों को फिर से शुरू किया है और अब MST सेवा भी फिर से शुरू कर दी गई है। उत्तर रेलवे में रोजाना ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है।
भारतीय रेलवे ने गुरुवार को यात्रियों को MST के साथ यात्रा करने की अनुमति दी है। यह सेवा कोरोना महामारी के कारण बंद कर दी गई थी और अब इसे उत्तर रेलवे मंडल में अपने यात्रियों के लिए फिर से शुरू किया है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एमएसटी सेवाओं से उन लाखों यात्रियों को लाभ होगा जो यात्री ट्रेनों का उपयोग करके प्रतिदिन यात्रा करते हैं।
56 ट्रेनों में कर सकेंगे यात्रा
उत्तर रेलवे के अपडेट के अनुसार, क्षेत्र में संचालित होने वाली विशिष्ट ट्रेनों के लिए 3 सितंबर को एमएसटी सेवाएं फिर से शुरू होंगी। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया “दैनिक यात्री अपने MST का उपयोग केवल 56 ट्रेनों में यात्रा कर सकते हैं। एमएसटी की कीमत पहले की तरह ही है।” उत्तर रेलवे द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, ट्रेन यात्री अपने पास का उपयोग केवल चुनिंदा ट्रेनों में कर सकेंगे। दूसरी ट्रेनों से यात्रा करने पर यात्रियों को भारतीय रेलवे के मानदंडों के अनुसार दंडित किया जाएगा।
इन ट्रेनों में कर सकेंगे MST का उपयोग
रेलवे ने आगे कहा कि एमएसटी के उपयोग अनारक्षित मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में किया जा सकेगा। इस श्रेणी में ईएमयू, डेमू, मेमू, मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें आती हैं। रेलवे ने आगे कहा कि दिल्ली मंडल के तहत 33 ट्रेनें, फिरोजपुर मंडल की 10, लखनऊ की पांच, मुरादाबाद की छह और अंबाला मंडल की चार ट्रेनों की पहचान मेल और एक्सप्रेस के रूप में की जाएगी और ईएमयू, डेमू, एमईएमयू, मेल एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेनों की पहचान की जाएगी।
लंबी दूरी की ट्रेनों में न करें यात्रा
रेलवे ने कहा है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने के लिए अपने एमएसटी का उपयोग न करें। अनारक्षित ट्रेनों और छोटी दूरी वाली ट्रेनों में ही MST के जरिए यात्रा करें। ऐसी ट्रेनें जो छोटे इलाकों को किसी एक शहर से जोड़ती हैं या दो शहरों के बीच चलने वाली कम दूरी की ट्रेनों में ही MST का उपयोग किया जा सकता है।