Afganistan Crisis: digi desk/BHN/ अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद से लगातार लाखों अफगानिस्तानी वहां से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग इन प्रयासों में सफल भी हुए हैं। इस बीच काबुल एयरपोर्ट पर लाखों लोगों की भीड़ अभी भी जमा है। इन हालातों में यहां महंगाई आसमान छू रही है और मूलभूत चीजों के लिए लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। सोशल मीडिया पर यहां से लगातार दिल दहला देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं।
इस बीच एक वीडियो में यह भी बताया गया है कि यहां एक बोतल पानी की कीमत 3,000 रुपये है और चावल की एक प्लेट के लिए उन्हें 100 डॉलर यानी करीब 7500 रुपये देने पड़ रहे हैं। दुकानदार अब अफगानी करेंसी की जगह डॉलर की मांग कर रहे हैं और उनका शोषण कर रहे हैं। इतनी बेवजह कीमतों के चलते लोग भूखे पेट धूप में खड़े होने को मजबूर हैं।
अफगान करेंसी नहीं डॉलर में मिल रहा सामान
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अफगान फजल-उर-रहमान ने कहा कि काबुल हवाई अड्डे पर भोजन और पानी अत्यधिक कीमतों पर बेचा गया था। ‘पानी की एक बोतल 40 डॉलर और चावल की प्लेट 100 डॉलर में बिक रही है, अफगानी मुद्रा नहीं बल्कि डॉलर। यह आम लोगों की पहुंच से बाहर है।” यह वीडियो देखकर सोशल मीडिया में लोगों ने काफी दुख और निराशा जाहिर की।
15 अगस्त को हुआ तालिबान का कब्जा
अफगानिस्तान में दो दशक तक लड़ाई करने के बाद अमेरिका ने वहां से अपनी सेना वापस लेने का फैसला किया था। इसके कुछ दिन बाद ही 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तालिबान के डर से अफगानिस्तान के कई लोग अपने घर में छिपे हुए हैं और कई लोग देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे हैं। घबराए हुए नागरिक एयरपोर्ट में घुसने की उम्मीद में सामान से भरे बैग और सूटकेस लेकर इंतजार कर रहे हैं। काबुल हवाई अड्डे के आसपास हुए धमाकों में कई अफगान नागरिक भी मारे गए हैं। लोग अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पहले देश छोड़कर निकलना चाहते हैं।