Income tex department raids on 40 places: digi desk//BHN/ आयकर विभाग (IT Department) ने गुजरात के राजकोट स्थित एक रियल एस्टेट ग्रुप के दफ्तरों में छापा मारा और लगभग 350 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्ट्स में ऐसी नकद रसीदें (Cash Receipts) पाईं, जिनकी कोई जानकारी या हिसाब-किताब नहीं था। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। आयकर अधिकारियों ने विभिन्न परिसरों से 6.40 करोड़ रुपए से ज्यादा की बेहिसाब नकदी और 1.70 करोड़ रुपए के आभूषण जब्त किए गए हैं। इसके अलावा 4 करोड़ रुपये के प्रोमिसरी नोट्स ( वचन पत्र) भी बरामद किए गए हैं। मंत्रालय ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान 25 लॉकर मिले हैं, जिन्हें छिपा कर रखा गया था। ये ग्रुप गुजरात के प्रमुख रियल एस्टेट बिल्डरों और डेवलपर्स में से एक है और सक्रिय रूप से राजकोट और उसके आसपास रियल एस्टेट, निर्माण और लैंड बिजनेस में लगा हुआ है।
आयकर विभाग ने एक साथ इस ग्रुप के 40 से ज्यादा ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया और कई ऐसे दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए, जिससे इस ग्रुप की बिना हिसाब-किताब वाली करोड़ों की संपत्ति का पता चलता है। आईटी अधिकारियों को रेगुलर अकाउंट बुक्स के बाहर लेनदेन, बेहिसाब नकद खर्च, एडवांस कैश और नकद में भुगतान किए गए ब्याज के पर्याप्त सबूत मिले। इसके अलावा रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स-फ्लैट, दुकानों और लैंड डील में ऑन-मनी पेमेंट के सबूत भी मिले हैं।
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया “लगभग 350 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्ट्स में बिना किसी हिसाब-किताब के कैश रिसिप्ट का पता लगाया गया है, साथ ही इसके सबूत भी मिले हैं। करीब 154 करोड़ रुपए की जमीन खरीद से जुड़े सबूत भी मिले हैं, जिनमें से 144 करोड़ रुपए का भुगतान कथित तौर पर नकद में किया गया था।” तलाशी अभियान में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की इनकम को छुपाने के बारे में भी पता चला है, जिसके बढ़ने की संभावना है।