Kamal nath letter to cm shivraj singh chouhan : digi desk/BHN//भोपाल/प्रदेश पर कर्ज का बोझ बढ़कर दो लाख 53 हजार करोड़ रुपये हो गया है। प्रतिवर्ष कर्ज का ब्याज चुकाने में हजारों करोड़ रुपये व्यय हो रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में सरकार 32 बार कर्ज ले चुकी है। सरकार न तो कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ा रही है और न ही आमजन को महंगाई से राहत देने का कोई कदम उठा रही है। सरकार वित्तीय स्थिति को लेकर श्वेतपत्र जारी करे ताकि प्रदेश के आर्थिक हालात और वित्तीय प्रबंधन की स्थिति स्पष्ट हो सके। यह मांग पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर की है।
उन्होंने पत्र में कहा कि पेट्रोल-डीजल और शराब से मिलने वाले कर से सरकार की आय में लगातार वृद्धि हो रही है पर आमजन को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है। सरकार कोरोना संकट की आड़ लेकर कर्मचारी और पेंशनर के महंगाई भत्ता व राहत में वृद्धि नहीं कर रही है। महंगाई आसमान छू रही है पर आमजन को राहत देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। अब सरकार शासकीय संपत्तियों को बेचकर राजस्व जुटाने के प्रयास कर रही है। सड़कों के हाल बेहाल है। किसानों की कर्जमाफी बंद है। स्वरोजगार योजनाओं में कोई काम नहीं हो रहा है। कन्यादान जैसे सामूहिक कार्यक्रम बंद हैं। अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं। प्रदेश की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है। सरकार वित्तीय प्रबंधन के लिए क्या कदम उठा रही है। इसको लेकर श्वेतपत्र जारी किया जाए ताकि आमजन को वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सके।