All Party meeting on Afghanistan: digid desk/BHN/ अफगानिस्तान मुद्दे पर विदेश मंत्रालय की बुलाई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है। करीब 3.30 घंटे चली इस बैठक के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि बैठक में 31 दलों के 37 नेताओं ने हिस्सा लिया। सभी के साथ अच्छी बातचीत हुई। सभी के सवालों के जवाब दिया गया। सरकार की ओर से बताया गया कि पूरे फोकस ऑपरेशन देवीशक्ति पर है, जिसके तहत भारतीयों को काबुल से सुरक्षित निकाला जा रहा है। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार सहित सभी राजनीतिक दल यह संदेश देना चाहते हैं कि इस मामले पर हम सभी का एक समान दृष्टिकोण है। अफगानिस्तान पर हमारी राष्ट्रीय स्थिति मजबूत है। अफगान लोगों के साथ दोस्ती हमारे लिए मायने रखती है।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश मंत्रालय ने यह बैठक बुलाई है। विदेश मंत्रालय की ओर से एक प्रजेंटेशन भी दिया गया, जिसके बाद विदेश मंत्री विपक्षी नेताओं के सवालों के जवाब भी दिए। बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, एचडी देवगौड़ा, असदुद्दीन ओवैसी जैसे दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया।
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने सेना के साथ मिलकर शानदार काम किया है। भारतीयों के साथ ही अफगानी सिखों और हिंदुओं को यहां शरण की गई है और इसकी हर तरफ तारीफ की जा रही है। अब तक भारत ने करीब 800 लोगों को सुरक्षित एयरलिफ्ट किया है। वहीं 100 अन्य यात्रियों के साथ सेना का विशेष विमान गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचा है। भारत ने काबुल में फंसे नेपाली नागरिकों को भी सुरक्षित घर पहुंचाया है।
पीएम के निर्देश पर बुलाई बैठक
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा था कि भारत की अफगानिस्तान नीति पर सभी दलों को जानकारी दी जाना चाहिए। इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया, राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को EAM एस. जयशंकर द्वारा अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में 26 अगस्त, सुबह 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, PHA, नई दिल्ली में जानकारी दी जाएगी।