All Party meeting on Afghanistan: digi desk/BHN/ अफगानिस्तान मुद्दे पर राजधानी दिल्ली के मुख्य समिति कक्ष में सर्वदलीय बैठक जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश मंत्रालय ने यह बैठक बुलाई है, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर अफगानिस्तान के हालात पर जानकारी दे रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा, अफगानिस्तान में संकट बेहद गंभीर था और भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता जितना संभव हो उतने लोगों को निकालना था। इसके लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है। विदेश मंत्रालय की ओर से एक प्रजेंटेशन भी दिया जा रहा है, जिसके बाद विदेश मंत्री विपक्षी नेताओं के सवालों के जवाब भी देंगे। बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, एचडी देवगौड़ा, असदुद्दीन ओवैसी जैसे दिग्गज नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की अहम बैठक होगी, जिसमें अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सुरक्षा के हालात पर चर्चा होगी।
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने सेना के साथ मिलकर शानदार काम किया है। भारतीयों के साथ ही अफगानी सिखों और हिंदुओं को यहां शरण की गई है और इसकी हर तरफ तारीफ की जा रही है। अब तक भारत ने करीब 800 लोगों को सुरक्षित एयरलिफ्ट किया है। वहीं 100 अन्य यात्रियों के साथ सेना का विशेष विमान गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचा है। भारत ने काबुल में फंसे नेपाली नागरिकों को भी सुरक्षित घर पहुंचाया है।
पीएम मोदी के निर्देश पर बुलाई बैठक
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा था कि भारत की अफगानिस्तान नीति पर सभी दलों को जानकारी दी जाना चाहिए। इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया, राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को EAM एस. जयशंकर द्वारा अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में 26 अगस्त, सुबह 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, PHA, नई दिल्ली में जानकारी दी जाएगी। आमंत्रण ईमेल के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। सभी संबंधितों से उपस्थित होने का अनुरोध किया जाता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एएनआई को बताया कि उन्हें बैठक का निमंत्रण मिला है और वह इसमें शामिल होंगे।