Rakshabandhan 2021: digi desk/BHN/भोपाल/ कोरोना से बाजारों में आई मंदी धीरे-धीरे छंटने लगी है। अप्रैल, मई में लगे लॉकडाउन से कपड़ा, सराफा, मिष्ठान सहित सभी तरह के व्यवसाय ठप हो गए थे। जून से अनलॉक हुआ तो भी जुलाई तक बाजारों में खरीदारों की कमी से मंदी छाई रही। अब रक्षाबंधन के चलते बाजारों में फिर रौनक लौट आई है। प्रमुख बाजार चौक, न्यू मार्केट क्षाबंधन की खरीदारी से खिल उठे। कारोबार में 30 फीसद तक उछाल आया है। लखेरापुरा, आजाद मार्केट, जुमेराती सहित कोलार, भेल, संत हिरदारा नगर के बाजारों में खरीदार बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं। राखियां, कपड़े, सराफा, कॉस्मैटिक, मिष्ठान की दुकानों पर बड़े उत्साह के साथ लोग रक्षाबंधन पर्व की खरीदारी करने आ रहे हैं।
सराफा बाजार : चांदी की राखियों की बिक्री बढ़ी
महिलाएं भाइयों के लिए चांदी की राखियां खरीद रही हैं। चौक, न्यू मार्केट, भेल, कोलार, संत हिरदाराम नगर, होशंगाबाद रोड, अयोध्या बायपास, अवधपुरी सहित शहर भर में 2000 सराफा की छोटी-बड़ी दुकानों पर सोने-चांदी की राखियां खरीदने के लिए बेटियां व महिलाएं पहुंच रही हैं। बाजार में 300 तरह की डिजाइन की चांदी की राखियां हैं। इनकी बिक्री भी बढ़ी है। 100 तरह की सोने की राखियां हैं।
संकट का समय रहा, बढ़ी उम्मीद
कोरोना से सराफा बाजार में बहुत संकट का समय रहा हैं, क्योंकि आभूषण अति जरूरी वस्तुओं में नहीं आते हैं, इसलिए लोगों ने खरीदे ही नहीं। कोरोना से बहुत घाटा हुआ, जिसका आकलन नहीं कर सकते। अब रक्षाबंधन से सराफा बाजार में रौनक आई है। चांदी, सोने की राखियां हैं। सोने-चांदी के उपहार हैं। लोग खरीदने आ रहे हैं। 30 तक फीसद तक सराफा व्यवसाय में उछाल आया है।
राखियों का बाजार : 1000 तरह की स्वेदशी राखियां बाजार में
चौक, न्यू मार्केट, भेल, कोलार, संत हिरदाराम नगर सहित शहर भर में लगीं राखियों की छोटी-बड़ी 5000 से अधिक दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है। इस बार बाजारों में चाइना की राखियां न के बराबर हैं। एक हजार डिजाइन की स्वेदशी राखियां बिक रही हैं। महिलाएं अपने भाइयों की कलाइयों पर बांधने के लिए 25 से लेकर 200 रुपये तक स्वदेशी राखियां ले जा रही हैं। इससे राखियों का बाजार गुलजार हो गया है। अधिक संख्या में खरीदार होने से बाजारों में रौनक दिखाई दे ही है।
कारोबार बढ़ने की बढ़ी उम्मीद
लॉकडाउन में बहुत घाटा हुआ। जिन्होंने दुकानें किराए पर ली थीं,उन्हें बंद ही करनी पड़ीं। कपड़ा, सराफा, कॉस्मैटिक, बर्तन, मिष्ठान सहित सभी तरह के व्यवसाय ठप हो गए। अनलॉक में भी ग्राहक नहीं आए। रक्षाबंधन पर्व पर खरीदारी बढ़ी है। रक्षाबंधन पर कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। व्यावसायियों के चेहरे पर रौनक लौटी है।