श्योपुर। श्योपुर में आर्म्स एक्ट के मामले में बंद एक बंदी का शव शनिवार को बैरक में पंखे से लटका मिला। बताया जा रहा है कि उसने फांसी लगाई है। गुरुवार की रात वह नए बंदियों के लिए बनाए गए कोविड वार्ड से फरार हो गया था। शुक्रवार को उसकी मौसी समझाकर वापस पुलिस को सौंप गई थी। घटना के लेकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जाता है कि फरार होने के कारण प्रहरियों ने उसकी मारपीट की थी। घटना को लेकर अभी अधिकारी चुप्पी साधे हैं।
जिला मुख्यालय से सटे हुए ढेंगदा छात्रावास में कोविड वार्ड के सामने वाली बिल्डिंग में अस्थाई जेल बनाई गई है। इसमें कोरोना पॉजिटिव आने वाले और संदिग्ध कैदियों को रखा जाता है। इसके अलावा कोर्ट द्वारा भेजे जाने वाले नए कैदियों को भी कोरोना रिपोर्ट आने तक इसी जेल में रखा जाता है।
गुरुवार को आर्म्स एक्ट के आरोपित बंदी सोनू माली को कोरोना जांच करवाने के बाद अस्थाई जेल की ऊपरी मंजिल पर रखा गया था। इसी दौरान वह रात 9 बजे के करीब खिड़की तोड़कर वह भाग गया। पुलिस ने पता चलने पर आरोपित के घर पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिल सका।
सोनू भागकर अपनी मौसी के घर पहुंचा था। मौसी ने उसे समझाया, और वापस पुलिस के पास जाने को कहा। शुक्रवार को रास्ते में उसके रिश्तेदार उसे जेल लेकर जाते हुए मिले जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।एक दिन बाद ही घटना सामने आई की सोनू माली ने जेल के बैरक में पंखे से लटककर फांसी लगा ली है।