Rajasthan Cabinet Expansion: digi desk/BHN/ पंजाब के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में कबकुछ ठीक करने का फैसला किया है। अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में सचिन पायलट खेमे के विधायकों को स्थान दिया जाएगा। हालांकि इससे पहले प्रदेश में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। सचिन पायलट इस कवायद में अशोक गहलोत के साथ हैं या नहीं, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, राजस्थान मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी की राजस्थान इकाई के प्रभारी अजय माकन ने रविवार को पार्टी विधायकों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के सदस्यों से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक, सभी विधायकों को जयपुर में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है क्योंकि 28 जुलाई को कैबिनेट विस्तार होने की संभावना है।
दिल्ली रवाना होने से पहले केसी वेणुगोपाल और अजय माकन रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात करेंगे। इससे पहले खबर थी कि कांग्रेस रविवार को पार्टी विधायकों की बैठक बुलाएगी। हालांकि, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को बैठक के लिए नहीं बुलाए जाने पर हंगामे के बाद प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्पष्ट किया कि विधायकों की कोई निर्धारित बैठक नहीं थी। उन्होंने कहा कि विधायकों को केवल केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के स्वागत समारोह के लिए बुलाया गया था।
इससे पहले सूचना थी कि सचिन पायलट के नेतृत्व वाला कांग्रेस गुट राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में लगातार हो रही देरी को लेकर पार्टी आलाकमान से खफा है। कैबिनेट में संभावित फेरबदल से पहले सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है।
सचिन पायलट के लिए अहम है मंत्रिमंडल विस्तार
अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने के बाद जुलाई 2020 में सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। कैबिनेट विस्तार के साथ, सचिन पायलट के नेतृत्व वाले खेमे को राज्य पर कुछ पकड़ हासिल करने की उम्मीद है।