Center eyes on these 6 states with more cases of corona this step take: digi desk/BHN/ भारत में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ रही है। ताजा खबर यह है कि चार लाख से ज्यादा कोरोना मौत वाला भारत दुनिया का तीसरा देश बन गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 4,00,312 पहुंच गई है। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा छह लाख से अधिक है वहीं ब्राजील भी 5.2 लाख ने जान गंवाई है। इसके बाद भारत का नंबर है। वहीं अन्य देशों में मैक्सिको 2.3 लाख, पेरू 1.9 लाख शामिल हैं। बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना के 46,617 नए केस आए हैं और 59,384 मरीज ठीक हुए हैं। इस तरह देश में कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा 3,04,58,251 पहुंच गया है, जिनमें से 2,95,48,302 ठीक हो चुके हैं। यानी अभी देश में कोरोना संक्रमण के 5,09,637 एक्टिव केस हैं। अब तक भारत में 34,00,76,232 लोगों को कोरोना का टीका लगा चुका है।
ताजा खबर यह है कि केंद्र सरकार ने छह राज्यों पर फोकस शुरू कर दिया है जहां अभी भी कोरोना के केस ज्यादा आ रहे हैं। ये राज्य हैं- केरल, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मणिपुर। यहां COVID-19 नियंत्रण और रोकथाम उपायों के लिए टीमों को भेजा जा रहा है। ये राज्य हाई अलर्ट पर हैं और सबसे ज्यादा संक्रमण की सूचना दे रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला केस: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला पाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा के पालमपुर उप-मंडल के गोपालपुर की 19 वर्षीय महिला को 25 मई को कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया था। उसका नमूना कोविड -19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट के लिए सकारात्मक आया था। जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया उसका नमूना 26 मई को एकत्र किया गया था और समय राज्य में लॉकडाउन था।
जॉनसन एंड जॉनसन का सिंगल डोज करेगा कमाल
न्यू जर्सी से खबर है कि जॉनसन एंड जॉनसन ने घोषणा की कि उसके सिंगल-शॉट COVID-19 वैक्सीन ने डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ तेजी से असर दिखाया है। अमेरिका, भारत समेत अन्य देशों में तेजी से फैल रहे डेल्टा वैरिएंट के मोर्चे पर यह सकारात्मक संकेत है। कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, वैक्सीन ने तेजी से फैल रहे डेल्टा वैरिएंट और अन्य अत्यधिक प्रचलित SARS-CoV-2 वायरल वैरिएंट के खिलाफ मजबूत सुरक्षा विकसित की है। खास बात यह भी है कि इस वैक्सीन के एक डोज से आठ माह तक रोक प्रतिरोधक क्षमता बनी रह सकती है।