Petrol Diesel Crisis: पंजाब और हरियाणा में जारी किसान आंदोलन का व्यापक असर देखने को मिल सकता है। इसकी शुरुआत जम्मू कश्मीर से हो गई है। पंजाब में किसानों ने पटरियों पर कब्जा कर लिया, जिससे रेल यातायात बाधित है और इसी कारण जम्मू कश्मीर तक पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। हालात यह हैं कि जम्मू में तीनों तेल डिपो के पास अब आपात स्थित के लिए ही पेट्रोल-डीजल बचा है। हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम लिमिटेड कॉरपोरेशन के बाद बुधवार को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के डिपो से भी पेट्रोल पंपों को आपूर्ति बंद कर दी गई। पेट्रोल पंपों के पास भी केवल उनके द्वारा स्टोर किया हुआ तेल की बचा हुआ है। अगर तेल की सप्लाई जल्द शुरू नहीं हो पाई तो पंप सूख जाएंगे।
मालूम हो, पंजाब में जारी किसान आंदोलन के चलते जम्मू में पेट्रोल-डीजल का संकट और गहराया है। बुधवार को आठवें दिन भी जम्मू के लिए रेल यातायात बहाल नहीं हो पाया, जिससे कोई मालगाड़ी तेल लेकर नहीं पहुंची। वहीं, पंजाब के जालंधर और बठिडा डिपो पर तेल लेने गए 72 टैंकरों में से 45 के गुरुवार सुबह जम्मू पहुंचने की उम्मीद है। हलांकि यह जम्मू के करीब 550 पेट्रोल पंपों के लिए यह नाकाफी होगा।
.आगे अच्छे नहीं दिख रहे हालात
पंजाब में किसानों की ओर से रेल रोको आंदोलन जारी रखने के ऐलान के बाद जम्मू में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। इस बीच, बुधवार को पंपों पर लोग गाड़ियों में जरूरत से ज्यादा Petrol Diesel भरवाते नजर आए, जिससे कतारें लग गईं। वहीं, रेल यातायात बहाल होने की अभी कोई सूचना नहीं मिली है।