SAD BSP Alliance:digi desk/BHN/ पंजाब में सियासत में शनिवार को बड़ा मोड आया जब एनडीए से अलग हुए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने मायावती की पार्टी बसपा के साथ हाथ मिला लिया और पंजाब का अगला विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान कर दिया। ऐलान चंडीगढ़ में किया गया है जहां शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और बसपा की ओर से सतीश मिश्रा मौजूद रहे। सीटों का बंटवारा भी हो गया है। शिअद 97 तो बसपा 20 सीटों पर लड़ेगी। जब भाजपा और शिअद साथ लड़ते थे, तब भाजपा को 23 सीटें मिलती थीं। आने वाले दिनों में किया जाएगा। इसे बादल परिवार का बड़ा दांव माना जा रहा है क्योंकि पंजाब में दलित वोटबैंक निर्णायक भूमिका निभा सकता है। SAD पहले ही ऐलान कर चुकी है कि उनकी सरकार बनी तो उपमुख्यमंत्री कोई दलीत होगा। पंजाब में 8 माह बाद चुनाव होने हैं जिनमें कांग्रेस के साथ ही SAD+BSP, भाजपा और आम आदमी पार्टी ताकत लगाएंगी।
बता दें, शिरोमणि अकाली दल अब तक एनडीए का हिस्सा था, लेकिन कृषि बिल के मुद्दे पर उसने नाता तोड़ लिया। इस तरह सालों से साथ रहे भाजपा और अकाली का नाता टूट गया था।