रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ किसानों को उनकी उपज का अधिकतम मूल्य देने के लिए जिले भर में सहकारी समितियों के माध्यम से पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर 31 मई तक गेहूं की खरीद की गई। जिले में गेहूं खरीदी के लिये पंजीकृत 50 हजार 450 किसानों से 24 लाख 26 हजार 81 क्विंटल 42 किलो गेहूं की खरीद की गई। इसके लिये किसानों को 479 करोड़ 15 लाख रूपये का भुगतान मंजूर किया गया है। अब तक 41 हजार 46 किसानों के खाते में 294 करोड़ 34 लाख रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। शेष किसानों को तीन दिनों में उपार्जन की राशि का भुगतान किया जा रहा है। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में 11 लाख 70 हजार 151 क्विंटल अधिक गेहूं की खरीद की गई है। इस संबंध में अपर कलेक्टर इला तिवारी ने बताया कि रीवा जिले में गेहूं खरीदी समाप्त होने तक 50 हजार 450 किसानों से 24 लाख 26 हजार 81 क्विंटल गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद की गई। गत वर्ष जिले में 104 खरीदी केंद्रों के माध्यम से 45 हजार पंजीकृत किसानों से 12 लाख 55 हजार 930 क्विंटल गेहूं का उपार्जन किया गया था। गत वर्ष कुल 55 हजार 828 किसानों ने गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया था। इसकी तुलना में वर्तमान वर्ष में 70 हजार 925 किसानों ने गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया है। वर्ष 2020-21 की तुलना में पंजीकृत किसानों की संख्या में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पंजीकृत रकबे में 21.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि उपार्जन में कुल उत्पादन के आधार पर 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। गत वर्ष की कुल उपार्जित गेहूं की मात्रा के आधार पर लगभग 93 प्रतिशत दर्ज की गई। लॉकडाउन के कारण दुकानें तथा मण्डियां बंद होने के कारण किसानों ने गेहूं की अधिकतम मात्रा समर्थन मूल्य पर निर्धारित खरीदी केंद्रों में बिक्री की।
किया जा रहा गेहूं का परिवहन
अपर कलेक्टर ने बताया कि गत वर्ष जिले में कुल बोये गये क्षेत्रफल में से गेहूं का उत्पादन लगभग 30 लाख 9 हजार क्विंटल हुआ था। इसमें से समर्थन मूल्य पर 12 लाख 55 हजार 930 क्विंटल का उपार्जन किया गया। यह कुल मात्रा का 41 प्रतिशत था। वर्तमान वर्ष में लगभग 34 लाख 20 हजार क्विंटल गेहूं के उत्पादन का अनुमान किया गया था। इसमें से 24 लाख 26 हजार 81 क्विंटल की समर्थन मूल्य में खरीद की जा चुकी है। यह कुल अनुमानित गेहूं उत्पादन का 70.93 प्रतिशत है। गत वर्ष की तुलना में कुल गेहूं उत्पादन में उपार्जन का प्रतिशत 30 प्रतिशत बढ़ा है। खरीदे गए गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिले से चार रैक गेहूं का परिवहन अन्य जिलों में किया जा चुका है। खरीदी केंद्रों में अभी लगभग तीन लाख 42 हजार क्विंटल गेहूं परिवहन के लिए शेष है। इसका लगातार परिवहन करके रेलवे रैक के माध्यम से अन्य जिलों को परिवहन किया जा रहा है। कटनी तथा जबलपुर जिले के लिए सड़क मार्ग से भी गेहूं का परिवहन किया जा रहा है।