PM narendra Modi World Environment Day digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ विश्व पर्यावरण दिवस पर आज प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के उपयोग पर जोर दिया है। आज आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को पेट्रोलियम, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। गौरतलब है कि पर्यावरण सुधार का संदेश देते हुए इस वर्ष इस कार्यक्रम की थीम ‘बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना’ रखी गई है।
इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल पर बड़ी घोषणा
प्रधानमंत्री ने पर्यावरण दिवस पर अपने संबोधन में इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के उपयोग पर जोर दिया है और 2025 तक इथेनॉल के उपयोग को बढ़ाया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ‘भारत में 2020-2025 के दौरान इथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट’ भी जारी की। कार्यक्रम के दौरान इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल में इथेनॉल की प्रतिशतता 20 फीसदी तक बढ़ाने पर अधिसूचना भी सरकार के द्वारा जारी की जा सकती है। साथ ही देश की सभी तेल कंपनियों के लिए 1 अप्रैल, 2023 से इस योजना को लागू करने के लिए गाइडलाइन भी जारी की जा सकती है।
भारत की 21वीं सदी प्राथमिकताओं में शामिल एथेनॉल
प्रधानमंत्री ने कहा कि 7-8 साल पहले भारत में एथेनॉल पर चर्चा दुर्लभ थी, लेकिन अब एथेनॉल भारत की 21वीं सदी की प्राथमिकताओं से जुड़ गया है। यह पर्यावरण के साथ-साथ किसानों के जीवन की भी मदद कर रहा है।उन्होंने कहा कि हमने 2025 तक पेट्रोल में 20 फीसद एथेनॉल ब्लेंडिंग को पूरा करने का संकल्प लिया है। 2014 तक औसतन सिर्फ 1-1.5 फीसदी एथेनॉल ब्लेंड किया जा रहा था और आज यह करीब 8.5 फीसदी पर पहुंच गया है।
पीएम ने कहा, क्लाइमेट चेंज की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरूक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है। उन्होंने कहा 6-7 साल में रिन्यूएबल एनर्जी की हमारी क्षमता में 250 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इंस्टॉलड रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता के मामले में भारत फिलहाल दुनिया के टॉप-5 देशों में है। इसमें भी सौर ऊर्जा की क्षमता को बीते 6 साल में लगभग 15 गुना बढ़ाया है।