June 2021 Wedding Dates: digi desk/BHN/ पौराणिक मान्यताओं के हर शुभ कार्य के ग्रह दशा और नक्षत्रों की स्थिति को देखकर शुभ समय में किया जाता है। ऐसे में यदि आप विवाह करने का सोच रहे हैं कि इसके लिए भी शुभ मुहूर्त निकालना बेहद आवश्यक होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शुभ घड़ी देखकर यदि विवाद संपन्न होता है तो जीवन में कोई विपत्ति नहीं आती है और दांपत्य जीवन सुखमय होता है। किसी भी शुभ काम को करने से पहले ग्रहों की अनुकूल दशा को बहुत महत्व दिया जाता है। यदि विवाह के दौरान ग्रह दशा ठीक नहीं है तो विवाह कार्य संपन्न नहीं कराना चाहिए।
जून 2021 में शादियों के लिए प्रमुख मुहूर्त
ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक जून माह में विवाह के लिए कुल 08 मुहूर्त हैं। यदि आप जून माह में विवाह करना चाहते हैं तो 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23 और 24 जून को शादी कार्यक्रम कर सकते हैं। लेकिन इस बात का पूरा ध्यान रखें कि शादी समारोह में कोरोना से संबंधित नियमों का सख्ती से पालन किया जाए क्योंकि ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर कोरोना संक्रमण बहुत आसानी से फैलता है और स्थानीय प्रशासन इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी कर रहा है। देश के हर जिले में परिस्थिति के आधार पर प्रशासन ने शादियों को लेकर गाइडलाइन तय करके रखी है और इसका पालन सख्ती से कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के दौरान समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग वैवाहिक संस्कार को संपन्न कराने से वंचित रह गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार फिलहाल शादियों का समय चल रहा है, लेकिन कोरोना के कारण शादियों में पहले जैसी रौनक और उत्सव आयोजित नहीं किए जा रहे हैं। शादी-विवाह के लिए अप्रैल, मई, जून और जुलाई में कुल 37 विवाह मुहूर्त थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण अप्रैल और मई में बहुत शादियां प्रभावित हुईं या टाल दी गई।
फिलहाल देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर थम गई है, लेकिन खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसके बावजूद यदि आप विवाह करना चाहते हैं तो जून माह में शादियों के की मुहूर्त हैं, इस दौरान कोरोना महामारी से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन करते हुए आप विवाह संपन्न कर सकते हैं।
15 जुलाई को इस सीजन का आखिरी मुहूर्त
फिलहाल हिंदू कैलेंडर के लिहाज से ज्येष्ठ माह चल रहा है, यानी देश में अभी गर्मियों का मौसम है। इस दौरान शादियां खूब होती हैं। गर्मियों में शादी के लिए आखिरी शुभ मुहूर्त 15 जुलाई को है, इस दिन के बाद से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शादी विवाह के कार्यक्रमों पर रोक लग जाएगी। गौरतलब है कि देवशयनी एकादशी के बाद से सभी देव शयन योग में चले जाएंगे और फिर नवंबर के महीने में देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन फिर से शुरू हो जाएगा। शादी समारोह का आयोजन करने से पहले हमें अपनी सेहत की चिंता करते हुए सुरक्षित तरीके से शादी का कार्यक्रम करने पर विचार करना चाहिए।