किसानों के ऊपर पहले तो महंगाई की मार फिर बेमौसम की बरसात
धारकुंडी के रास्ते आ रहा उत्तर प्रदेश का गेहूं
सतना,कोटर/ भास्कर हिंदी न्यूज़/ किसानों के ऊपर पहले तो महंगाई की मार खेती बोने से लेकर बेचने तक में किसानों की दुर्दशा का हाल देखने लायक है। पहले वे महंगाई की मार झेल कर किसी तरह खेती की बोनी कर पाता है इस भरी ठंडी में पहले तो है आवारा मवेशियों से किसी तरह दिन रात मेहनत करके अपनी खेती को बचा पाता है तब कहीं जाकर खेती बेचने लायक बनती है और जब बेचने खरीदी केंद्र पहुंचता है तो वहां कई जगह चढ़ावा देने की नौबत आती है। पहले तो खरीदी केंद्र में एंट्री कराने के नाम पर 100 रुपए से 200 रुपए तक ठगा जाता है। फिर नंबर आने के बाद भी जब नंबर नहीं लगता तो उनसे मोटी रकम वसूली जाती है। लाचार होकर किसान 500 से 1000 रुपए प्रति ट्राली का भुगतान करता है तब कहीं जाकर उसको नंबर मिलता है। तौलाई के नाम पर 12रुपए प्रति कुंटल किसानों से वसूला जाता है, जबकि प्रशासन द्वारा 5 रुपए प्रति कुंटल की दर से रेट तय है।
खरीदी केंद्र में मची है लूट मंडल अध्यक्ष के गुर्गे मारने तक की देते हैं धमकी
टिकुरी खरीदी केंद्र मैं जिले के कद्दावर विधायक का करीबी होने की धौस दिखाकर किसानों से मोटी रकम वसूली जा रही हैं। वहां के किसानों ने पत्रकारों की टीम से यहां तक बताया कि खरीदी केंद्र में केंद्र संचालक ने कई गुर्गे पाल रखे हैं जो किसानों से अभद्र व्यवहार करते हैं वा मारने तक की धमकी देते है
15 दिन से ट्राली के नीचे गुजारते हैं रात व्यापारियों का प्राथमिकता से तौलते हैं माल
किसानों ने बताया कि हम अपनी बारी का इंतजार 7 तारीख से कर रहे हैं। वहीं व्यापारियों का माल रोज आता है और रोज तोला जाता है और किसानों के बोलने पर यह धमकी दी जाती है कि कर दो शिकायत जहां करनी है।
व्यापारियों का माल तोलने के लिए स्कूल लिया किराया से
किसानों ने जानकारी दी कि व्यापारियों का माल तौलने के लिए वहीं पास में शांति निकेतन हाई स्कूल को किराया से लिया और व्यापारियों का माल तौला जा रहा है जब किसानों ने इसका विरोध किया तो खरीदी केंद्र के संचालन करता भाजपा मंडल अध्यक्ष कोटर रामकृष्ण तिवारी ने कहा कि स्कूल के किराए का भुगतान व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है आप भी 10,000 देकर किराए से स्कूल ले लो गेहूं की तौलाई हो जाएगी!
हजारों क्विंटल डंप है व्यापारियों का माल
टिकुरी खरीदी केंद्र में जहां किसान अपनी बारी का इतंजार लगाए बैठे हैं, वही पहले से व्यापारियों का हजारों क्विंटल माल स्टाक है! जमीन में स्टॉक माल काफी मात्रा में बारिश में भीग चुका है, जिसको शांतिनिकेतन स्कूल में ले जाकर तौला जा रहा है!
(कोटर से जलज गौतम की रिपोर्ट)