Indian railway:digi desk/BHN/ जबलपुर/यात्रियों की सुविधा के लिए इन दिनों भी रेलवे कई कदम उठा रहा है। रेलवे ने निर्णय लिया है कि अब वह गोरखपुर से कुर्ला टर्मिनस के बीच चलने वाली काशी एक्सप्रेस 05018 को साधारण कोच की बजाए एलएचबी कोचों के साथ चलाएगा। यह ट्रेन 20 मई से एलएचबी श्रेणी के कोचों से चला करेगी।
दरअसल यह गाड़ी जबलपुर मंडल की सबसे पुरानी गाड़ी है जो गोरखपुर से चलकर मंडल के सतना, कटनी मार्ग से जबलपुर आकर इटारसी, खंडवा, भुसावल स्टेशन पर रुकते हुए मुंबई तक जाती है।
ट्रेन में बढ़ेगी बर्थ संख्या
मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि काशी एक्सप्रेस में एलएचबी श्रेणी के कोच लगने से ट्रेन में कोचों में बर्थ की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे कि अधिकतम यात्रियों को बर्थ उपलब्ध हो सकेंगे । इसके साथ ही एलएचबी कोच में दुर्घटना से बचाव के विभिन्न सुरक्षात्मक उपाय भी रेलवे द्वारा किए गए हैं, इसके तहत किसी अप्रत्याशित दुर्घटना होने पर एलएचबी कोच एक दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते। कोच के अंदर भी बर्थ में सुधार करके अधिक स्थान उपलब्ध कराया गया है।
आधुनिक और सुरक्षित कोच
इन कोचों में ट्रेन के बाथरूम में आधुनिक सुविधाएं तथा कोच के इंटीरियर में भी अनेक परिवर्तन करके इसे आरामदायक बनाया गया है। दरअसल जबलपुर मंडल से प्रारंभ होने वाली अनेक यात्री गाड़ियों में अब पुराने रेल कोचों के स्थान पर एलएचबी श्रेणी के नए रेल कोच लगाए जा रहे हैं जिसके तहत काशी एक्सप्रेस के अप एवं डाउन में 20 मई से यह आधुनिक श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे, जो कि यात्रियों के लिए बहुत ही आरामदायक यात्रा का पर्याय बनेंगे।
इसके साथ ही रेलवे में गोरखपुर से लोकमान्य तिलक जाने वाली एक अन्य यात्री गाड़ी क्रमांक 02537/38 जो गोरखपुर से चलकर बस्ती, उन्नाव, कानपुर, झांसी, बीना, भोपाल, होशंगाबाद, इटारसी, भुसावल से चलती है। इसमें भी पुरानी पद्धति के कोचों के स्थान पर नई श्रेणी के आरामदायक एलएचबी कोच लगाने का निर्णय लिया है।