After the boom in april now the price of gold:digi desk/BHN/ देश में अप्रैल माह में सोने के आयात में उछाल रहा था। वहीं चांदी का आयात में गिरावट रही। हालांकि अब कोरोना महामारी का असर गोल्ड पर देखने को मिल रहा है। सोने के आयातक का व्यापार घाटे पर निगेटिव असर पड़ता है। इस वजह से अप्रैल में बिजनेस घाटे में वृद्धि देखी गई है। वाणिज्य मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार गोल्ड के आयात अप्रैल में 6.3 डॉलर पहुंच गया। जबकि सिल्वर के आयात में 88.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1.19 डॉलर रहा।
गोल्ड का आयात पिछले साल 28.3 लाख डॉलर
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार गोल्ड का आयात पिछले वर्ष अप्रैल में 28.3 लाख डॉलर (21.61 करोड़ रुपए) है। आयात बढ़ने से देश का व्यापार नुकसान अप्रैल 2021 में 15.1 अरब डॉलर रहा है। यह पिछले साल इस माह में 6.76 अरब डॉलर था। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू मांग बढ़ने से गोल्ड के आयात में बढ़ोतरी हुई है। देश का चालू खाते का घाटा दिसंबर में 1.7 अरब डॉलर रहा।
लॉकडाउन से सोने की मांग पर असर
अप्रैल महीने में कोविड की स्थिति गंभीर होने लगी थी। कई राज्यों में लॉकडाउन तो कई प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन लागू है। इसका असर सोने की मांग पर भी देखने को मिला। अक्षय तृतीया पर जहां सामान्य तौर पर 30 से 40 टन गोल्ड की बिक्री होती है। इस साल बिक्री एक टन से भी कम रही। वहीं लगातार बढ़ते केस और शादियों के सीजन नहीं होने पर सोने की मांग पर असर पड़ सकता है।
सोने का आयत शुल्क घटा
वहीं रत्न और आभूषण का निर्यात अप्रैल में बढ़कर 3.4 अरब डॉलर रहा है। जो पिछले साल 3.6 करोड़ डॉलर था। पिछले साल लॉकडाउन के कारण निर्यात पर असर पड़ा था। देश में गोल्ड का आयात 800 से एक हजार टन वार्षिक रहता है। बता दें केंद्र सरकार ने बजट में सोने का आयत शुल्क घटा दिया है। अब 12.5% से घटकर 10 प्रतिशत हो गया है।