सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा 64 निकायों में 190 महिला प्रेरकों का चिन्हांकन किया गया है। महिला प्रेरक लोगों को नल से जल के लिए प्रेरित करती है, लेकिन फिलहाल महिला प्रेरक किल कोरोना अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही हैं।
अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी के प्रमुख अभियंता दीपक रत्नावत ने बताया कि महिला प्रेरक शुद्ध पेयजल की उपयोगिता बताते हुए घर घर जाकर नागरिकों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक भी करेंगी। हाथ सैनेटाइज करने, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की उपयोगिता से अवगत कराने के साथ ही महिला प्रेरकों द्वारा वैक्सीन लगवाने के लिए भी रहवासियों को प्रेरित किया जायेगा। श्री रत्नावत ने बताया कि इस संबंध में परियोजना प्रबंधकों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। महिला प्रेरकों के लिए नॉन कॉन्टेक्ट थर्मामीटर, पल्स मीटर सहित अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था भी की जा रही है।
कोविड-19 के चलते करें दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का बेहतर संचालन
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सभी नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोविड-19 संक्रमण के चलते दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का संचालन और भी बेहतर ढंग से किया जाये। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर 100 दीनदयाल रसोई केन्द संचालित हैं। श्री सिंह ने कहा है कि रसोई केन्द्र अभी भी संतोषप्रद ढंग से काम कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इन्हें और अधिक सुदृढ़ करने की जरूरत है।
श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी के कारण जिला प्रशासन द्वारा शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। इस कारण निर्धन वर्ग के परिवार, जो दैनिक मजदूरी और फुटपाथ व्यवसाय इत्यादि करते हैं, उनकी आजीविका प्रभावित हुई है। अतः रसोई केन्द्रों की उपयोगिता ओर अधिक बढ़ गई है। उन्होंने कहा है कि दीनदयाल रसोई केन्द्रों को निरंतर चालू रखा जाये। इस व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाये। ऐसे निर्धन परिवार, जिन्हें भोजन की व्यवस्था करने में कठिनाई हो, उनको जिला स्तरीय समिति द्वारा निर्धारित सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाये। वर्तमान परिस्थिति में निकाय पके हुए भोजन के पैकेट के साथ-साथ सूखे राशन के पैकेट भी उपलब्ध कराने पर विचार कर सकते हैं।
दीनदयाल रसोई योजना में जन-भागीदारी को बढ़ाने के लिये योजना के पोर्टल पर ऑनलाइन दान देने की व्यवस्था भी प्रारंभ की गई है। इसका प्रचार-प्रसार कर आम नागरिकों, सामाजिक संस्थाओं और कॉर्पोरेट संस्थाओं से सहयोग प्राप्त किया जा सकता है। केन्द्रों के संचालन के लिये राज्य शासन द्वारा भी अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। इस प्रकार से वितरित किये जा रहे फूड पैकेट या सूखे राशन के पैकेट का विवरण एवं प्राप्त सहयोग का विवरण दीनदयाल रसोई केन्द्र के पोर्टल पर भी अवश्य नियमित दर्ज करें।