सिंगरौली, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सिंगरौली जिले में दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई। जिसमें एक पिता को अपने बेटी का शव खाट पर लेकर 25 किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर होना पड़ा । सुशासन की सरकार में विकास के दावे के बीच सिस्टम की अनदेखी की इस शर्मनाक तस्वीर को देखकर कई सवाल खड़े हो गए क्या हम इंसानी बस्ती में रहते हैं या फिर वाकई ये सिस्टम फेल हो गया है।
इसके चलते एक लाचार पिता खाट पर अपने बेटी के शव को लेकर पैदल चलने को मजबूर हुआ है। यह पूरा मामला निवास पुलिस चौकी क्षेत्र के गड़ई गांव का हैं। जहां पीड़ित धिरुपति की 16 वर्षीय नाबालिग बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
पिता ने घटना की सूचना निवास पुलिस चौकी में दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर शॉपिंग के लिए समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजने का निर्णय लिया। शव को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मौके पर एंबुलेंस न मिलने के कारण मजबूरन मृतका के पिता खाट का सहारा लेना पड़ा।
इनका कहना है
सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची थी उसने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजने के लिए कहा था। कई बार एंबुलेंस को फोन करने के बाद भी वह नहीं आई मजबूरन खाट से ही शव को अस्पताल तक पहुंचाया गया।
धिरुपति, मृतका का पिता
मेरे संज्ञान में यह मामला अभी आया है मैंने मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
वीरेंद्र कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, सिंगरौली