Yavatmal Sanitizer News:digi desk/BHN/ महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने तांडव मचा रखा है। देश के सबसे अधिक मामले राज्य से आ रहे हैं। सरकार ने लॉकडाउन लगा रखा है। इस कारण सभी प्रकार दुकानें बंद हैं। ऐसे में शराब पीने वालों को काफी परेशान हो रही है। अब वह अपना गला गीला करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। अब ऐसा ही मामला प्रदेश के यवतमाल जिले के वानी से आया है। यहां कुछ लोगों को शराब नहीं मिली तो सैनिटाइजर ही पी लिया। जिसके चलते 7 लोगों की मौत हो गई। कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
फिलहाल मामले की जानकारी मिलते ही जांच के आदेश दिए गए हैं। सैनिटाइजर पीने के बाद जब हालत बिगड़ने लगी तो सभी को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान सात लोगों ने दम तोड़ दिया। कृछ मृतकों के नाम नूतन पथरकर, दत्ता लांजेवार, गणेश नंदेकर और संतोष मेहर है। इससे पहले राज्य में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा पोलियो की जगह सैनिटाइजर पिलाने की खबर आई थी।
कोरोना अस्पताल में लगी आग 15 की मौत
महाराष्ट्र में दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ रहा है। लगातार कई हादसे सामने आ रहे हैं। आज (शुक्रवार) मुंबई से सटे विरार के विजय वल्लभ अस्पताल में दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां कोरोना अस्पताल में आईसीयू का एसी फट गया। हादसे में 15 मरीजों की मौत हो गई। 13 रोगियों की जान आईसीयू में हुई, वहीं दो ने बाद में दम तोड़ दिया। अस्पताल के निदेशकों और प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बता दें बुधवार को नासिक के एक कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई थी। जिसमें 24 मरीजों की जान चली गई।
लगातार बढ़ रहे दर्दनाक हादसे
पिछले चार महीनों में राज्य के अस्पतालों में कई बड़े हादसे हो गए हैं। साल की शुरुआत में 16 जनवरी को भंडारा के सरकारी हॉस्पिटल में शार्ट सर्किट से आग लगने से 10 शिशुओं की मौत हो। 26 मार्च को मुंबई के भांडुप स्थित एक मॉल की चौथी मंजिल पर अस्पताल में आग लग गई। जिसमें 10 मरीज की मौत हो गई। फिर 21 अप्रैल को नासिक में ऑक्सीजन लीक होने से 24 रोगियों की जान चली गई।