MP education news:digi desk/BHN/भोपाल/देश में कोरोना संक्रमण के ब.ढते प्रभाव को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा रद्द कर दी है। जहां ज्यादातर विद्यार्थी परीक्षा रद्द होने के बाद अपने रिजल्ट को लेकर चिंतित हैं। अभिभावक भी सीबीएसई हेल्पलाइन में फोन कर बच्चों की चिंता को व्यक्त कर रहे हैं। वहीं कुछ विद्यार्थी अभी भी परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। इसी बीच सीबीएसई बोर्ड ने ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया प्रोसेस के तहत रिजल्ट तैयार करने की तैयारी कर ली है। सीबीएसई बोर्ड ने प्रदेश के सीबीएसई स्कूलों को एक तय फॉर्मेट भेजा है। सभी स्कूलों से उसी फॉर्मेट के आधार पर विद्यार्थियों की रिपोर्ट तैयार कर भेजने के निर्देश दिए हैं। इसमें विद्यार्थियों की सालभर की परफॉर्मेंस रिपोर्ट मांगी गई है। इसमें उनका प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट आदि शामिल हैं। स्कूलों को इन्हीं आधार पर ही रिपोर्ट तैयार करनी होगी। राजधानी के कई सीबीएसई स्कूलों के प्राचार्यों को सीबीएसई मिले दिशा-निर्देशाों का इंतजार है। इसके बाद रिजल्ट तैयार करेंगे।
15 बिंदुओं पर जानकारी भेजनी है
सीबीएसई ने स्कूलों से 15 बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। स्कूलों से साप्ताहिक टेस्ट के साथ टर्म परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों की जानकारी के साथ ही उसमें मिले मार्क्स का विवरण मांगा गया है। इस फार्मेट में प्री-बोर्ड के अंक, छमाही परीक्षा के अंक, प्रैक्टिकल परीक्षा, इंटरनल असेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क असाइनमेंट सहित 15 अलग-अलग बिंदुओं पर मूल्यांकल कर सीबीएसई को भेजना है। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में विद्यार्थियों ने ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पढ़ाई की थी। सभी कक्षाओं की अॉनलाइन परीक्षाएं भी ली गई थी। छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन ली गई थी। 18 दिसंबर से शासन के आदेश पर दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया गया था। इस अवधि में छात्रों के प्रोजेक्ट, असाइनमेंट आदि पूरे करने के साथ ही विद्यार्थियों के इंटरनल असेसमेंट भी किए गए थे। कई स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी पूरी हो गई थीं। अब दसवीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार करने में इन्हीं अंकों आधार पर तैयार होंगे।